पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश से चुन-चुनकर पाकिस्तानी नागरिकों को बाहर निकालने के बाद अब अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ एक्शन तेज कर दिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों को बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान को चिन्हित कर उन्हें बाहर निकालने का निर्देश दिया है.
केंद्र सरकार के निर्देश के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बन गया है. पाकिस्तानियों के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के के निर्देश पर अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों की तलाश तेज कर दी गई है. मुख्यमंत्री का निर्देश है कि सभी जिलों में तलाशी अभियान चलाकर अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को चिन्हित कर उन्हें वापस भेजा जाए. इस बाबत सभी जिलों के डीएम, पुलिस कप्तान और पुलिस कमिश्नरों को निर्देश भेज दिए गए हैं.
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर एक्शन जारी
गौरतलब है कि भारत नेपाल सीमा पर अवैध मदरसों पर भी लगातार कार्रवाई चल रही है. योगी सरकार के सख्त निर्देश से इंडो-नेपाल बॉर्डर पर बने अवैध निर्माण को हटाया जा रहा है. सोमवार को नेपाल सीमा से सटे जिलों के अवैध कब्जों पर पूरे दिन बुलडोजर गरजा. सीमा क्षेत्र के 0-15 किमी दायरे में व्यापक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया.
अवैध धार्मिक संस्थानों पर भी सख्त कार्रवाई की जा रही है. बहराइच में 6 अवैध कब्जेदारों पर कार्रवाई हुई. इसके अलावा श्रावस्ती में भी 12 अवैध मदरसों के साथ ही आठ अवैध कब्जे मुक्त कराए गए. सिद्धार्थनगर में 12 अवैध निर्माण चिन्हित गए और महराजगंज में एक अवैध मदरसे को ध्वस्त किया गया. लखीमपुर खीरी की पलिया तहसील के कृष्णानगर कॉलोनी में स्थित मस्जिद के अस्थायी निर्माण को हटाया गया. बहराइच में 6 अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला तो 7 मदरसों के खिलाफ की गई कार्रवाई. श्रावस्ती में 12 बिना मान्यता चल रहे अवैध मदरसों पर भी गाज गिरी. महराजगंज में नो मेन्स लैंड पर बनाये जा रहे मजार को हटाया गया.