उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित बनाने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। हाल ही में आयोजित एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिया कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी। साथ ही, मार्ग पर संचालित हर दुकान पर दुकानदार का नाम स्पष्ट रूप से लिखना अनिवार्य होगा। यह निर्णय श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
कांवड़ यात्रा, जो सावन माह में भगवान शिव के भक्तों द्वारा आयोजित की जाती है, हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। 11 जुलाई से 9 अगस्त तक चलने वाले इस पवित्र मास में उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से कांवड़िए गंगाजल लेकर शिव मंदिरों की ओर प्रस्थान करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता होगी। इसके लिए यात्रा मार्गों की स्वच्छता, रोशनी, पेयजल, शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी मजबूत की जाएगी।
इसके अलावा, योगी ने यह भी निर्देश दिया कि मार्ग पर डीजे, ढोल-ताशा और संगीत की ध्वनि निर्धारित मानकों के भीतर ही रहे। भड़काऊ नारे या परंपरा से इतर रूट परिवर्तन बर्दाश्त नहीं होंगे।
सोशल मीडिया पर नजर रखने और ड्रोन के माध्यम से निगरानी की भी योजना है, ताकि शरारती तत्वों पर नियंत्रण रखा जा सके। दुकानदारों के नाम प्रदर्शित करने का नियम पारदर्शिता लाने और अफवाहों को रोकने में मददगार होगा। यह कदम कांवड़ यात्रा को गरिमामय और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।