महाराष्ट्र के मालेगांव में 2008 के विस्फोट मामले में 17 साल बाद NIA की विशेष अदालत ने गुरुवार को बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया। फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। BJP नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस को अब देश से माफी मांगनी चाहिए।
BJP का कांग्रेस पर आरोप
रविशंकर प्रसाद ने कोर्ट के फैसले को कांग्रेस की साजिश का पर्दाफाश करार दिया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद का झूठा नैरेटिव थोपने की कोशिश की, जो अब ध्वस्त हो गया। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि किसी भी आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत नहीं थे। कश्मीर में आतंकवाद से लड़ने वाले कर्नल पुरोहित पर बेबुनियाद आरोप लगाए गए।” प्रसाद ने आगे दावा किया कि साध्वी प्रज्ञा को उनकी मोटरसाइकिल के बहाने प्रताड़ित किया गया, जिससे उनकी सेहत खराब हो गई। उन्होंने इसे वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित साजिश करार देते हुए कोर्ट के फैसले का स्वागत किया।
BJP सांसद निशिकांत दुबे ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “लंबे समय से कांग्रेस ‘भगवा आतंकवाद’ का झूठा प्रचार कर रही थी, लेकिन अब सच सामने आ गया। 2008 का मालेगांव ब्लास्ट और 2011-13 के अन्य हमले पाकिस्तान प्रायोजित थे। फिर भी कांग्रेस ने हिंदुस्तान के लोगों को निशाना बनाया, जो गलत था।”
कोर्ट का फैसला क्या कहता है?
कोर्ट ने फैसले में कहा कि जांच में गंभीर खामियां थीं और सरकारी पक्ष कोई पुख्ता सबूत पेश नहीं कर सका। जज ने बताया कि RDX लाने या गोली के शेल मिलने के सबूत नहीं मिले। पंचनामा भी सही तरीके से नहीं किया गया, और फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए मिलावटी सबूत विश्वसनीय नहीं थे। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि बाइक साध्वी प्रज्ञा की थी, यह साबित नहीं हुआ। साथ ही, UAPA लागू करने के लिए जरूरी मंजूरी नहीं ली गई थी, इसलिए यह धारा भी लागू नहीं हो सकती।