उत्तर प्रदेश के आगरा से संचालित एक बड़े धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान को यूपी पुलिस ने दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके से गिरफ्तार किया है। सोमवार को चली इस कार्रवाई में पुलिस ने रहमान उर्फ ‘रहमान चाचा’ को हिरासत में लिया, जबकि उसके बेटे को भी पूछताछ के लिए साथ लिया गया। इस दौरान उसके घर से एक हिंदू लड़की को भी बरामद किया गया, जो कथित तौर पर ‘लव जिहाद’ का शिकार बनी थी। लड़की को पुलिस अपने साथ आगरा ले गई है।
इस मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी को इस अंतरराज्यीय गिरोह की जड़ों तक पहुंचने की कुंजी माना जा रहा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि बरामद लड़की को सोशल मीडिया के जरिए जुनैद नाम के युवक ने प्रेम के जाल में फंसाया। इसके बाद उसे दिल्ली बुलाकर उसका धर्म परिवर्तन कराया गया और जुनैद से शादी करा दी गई। पुलिस अब रहमान से पूछताछ कर इस रैकेट के और नेटवर्क का खुलासा करने की कोशिश में जुटी है।
बरामदगी और कार्रवाई
छापेमारी के दौरान पुलिस ने रहमान के घर से कई धार्मिक किताबें और साहित्य भी जब्त किए हैं, जिनका विश्लेषण जारी है। उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 19 जुलाई को आगरा पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए छह राज्यों से 10 लोगों को गिरफ्तार किया था।
इनमें राजस्थान से तीन, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली से दो-दो, जबकि गोवा और उत्तराखंड से एक-एक आरोपी शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि यह गिरोह देश भर में अपने नेटवर्क को फैलाने में जुटा था।
आगरा धर्मांतरण रैकेट, आईएसआईएस का कनेक्शन
इसके बाद उन्हें कट्टरपंथी सोच की ओर धकेला गया था. उनमें से एक लड़की ने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर एके-47 पकड़े हुए तस्वीर लगाई थी। पुलिस की शुरुआती जांच में स्पष्ट हुआ है कि यह गिरोह ‘लव जिहाद’ और कट्टरपंथी एजेंडे से जुड़ा है। पुलिस को अमेरिका और कनाडा से विदेशी फंडिंग के सुराग भी मिले हैं। इस गिरोह की कार्यप्रणाली में आईएसआईएस जैसी सोच और तरीके की झलक स्पष्ट है. सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों को निशाना बनाना खतरनाक ट्रेंड बनता जा रहा है।