UP विधानसभा में बांके बिहारी मंदिर को लेकर विधेयक पारित, चढ़ावे से संपत्ति पर होगा न्यास का अधिकार; सदन में 24 घंटे नॉनस्टॉप चर्चा

उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 11 अगस्त से शुरू हुआ है, और आज, 13 अगस्त को एक खास दिन है। विधानसभा में 24 घंटे लगातार कामकाज चलेगा। इसके अलावा वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर से जुड़ा नया विधेयक पास कर दिया गया। बुधवार को बांके बिहारी न्यास विधेयक 2025 को मंजूरी मिली, हालांकि सुप्रीम कोर्ट की ओर से इस पर अभी रोक लगी है। कोर्ट का अंतिम फैसला आने के बाद ही यह लागू होगा।

इस विधेयक के तहत मंदिर के सभी चढ़ावे और संपत्तियों, जैसे चल-अचल संपत्ति, आभूषण, बैंक ड्राफ्ट और चेक, पर न्यास का अधिकार होगा। न्यास हर वित्तीय वर्ष के पहले महीने में बैठक करेगा और बजट तय करेगा। साथ ही, मंदिर दर्शन का समय, पुजारियों की नियुक्ति, उनका वेतन और अन्य व्यवस्थाएं भी ट्रस्ट संभालेगा। ट्रस्ट पुरातत्व विशेषज्ञों, इंजीनियरों, वास्तुकारों और नामी संस्थानों से सलाह लेकर मंदिर परिसर और गलियारों के विकास का काम करेगा। न्यास में 11 मनोनीत और 7 पदेन सदस्य होंगे।

वहीं विधानसभा के बाहर समाजवादी पार्टी (सपा) ने प्रदर्शन किया। सत्र शुरू होते ही सपा विधायक चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर जुटे और नारेबाजी की। सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा, “अगर आज का हाल ठीक नहीं, तो भविष्य भी बिगड़ जाएगा। सड़कें गड्ढों से भरी हैं या गड्ढे सड़कों पर, यह समझ नहीं आता। बाढ़ राहत और सिंचाई के लिए कोई इंतजाम नहीं, कोई सही काम नहीं हुआ। अब 22 साल आगे की बात कर रहे हैं।”

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने 24 घंटे की नॉनस्टॉप चर्चा पर कहा, “भविष्य के लिए आज ही योजना बनानी जरूरी है। 2017 में प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी के 100 साल बाद भारत के लिए विजन रखा था और उस पर काम शुरू किया। हर राज्य ने 2047 का अपना लक्ष्य बनाया है।” उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और सरकार ने फैसला लिया कि इस विजन पर विधानसभा में 24 घंटे विस्तार से बात होगी। सदस्य अपने विचार देंगे, सुझाव रखेंगे और कमियां बताएंगे। इसके बाद जनता से राय ली जाएगी, और एक अंतिम विजन दस्तावेज तैयार होगा, जो फिर विधानसभा में पेश होगा और चर्चा के बाद अंतिम रूप लेगा।

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