23 जून 2025 को दिल्ली के ज्योति नगर में एक जघन्य हत्याकांड ने हिंदू समाज को हिला दिया। 19 साल की नेहा, जो तौफीक को भाई मानकर राखी बांधती थी, उसी जिहादी की शिकार बनी। मुरादाबाद का 35 साल का तौफीक, एक कट्टर मजहबी जिहादी, ने बुर्का पहनकर नेहा के अशोक नगर वाले घर में घुसपैठ की और उसे पांचवीं मंजिल की छत से धक्का देकर मार डाला।
नेहा के पिता और बहन का कहना है कि तौफीक नेहा को जबरन निकाह के लिए तंग कर रहा था, जो “लव जिहाद” की खतरनाक साजिश थी। दिल्ली पुलिस ने तौफीक को 24 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के रामपुर से पकड़ लिया। यह घटना हिंदू बेटियों की सुरक्षा और सनातन संस्कृति पर जिहादी हमले का सबूत है, जो हर सनातनी के दिल में गुस्सा भड़काती है।
जिहादी साजिश: पवित्र रिश्ते का खूनी धोखा
23 जून 2025 की सुबह 7:30 बजे तौफीक ने जिहादी चाल चलते हुए बुर्का पहना और नेहा के घर में घुसा। सीसीटीवी फुटेज दिखाते हैं कि उसने अपनी कट्टर मजहबी पहचान छिपाने के लिए यह छल रचा। नेहा के पिता ने बताया कि तौफीक बुर्का पहनकर आया। मैंने उसे रोका लेकिन उसने मुझे धक्का मारा और नेहा को फोन कर छत पर बुलाया। छत पर तौफीक ने नेहा को धमकाया और जबरन निकाह की जिद की। नेहा ने इनकार किया तो उसने उसे पांचवीं मंजिल से फेंक दिया।
नेहा को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया लेकिन वह बच न सकी। इस जिहादी अपराध ने ज्योति नगर और अशोक नगर में तनाव फैला दिया। दिल्ली पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 109(1)/351(2) के तहत हत्या का केस दर्ज किया और जांच शुरू की। हिंदू समाज इसे “लव जिहाद” का क्रूर उदाहरण मानता है, जो सनातन संस्कृति के लिए खतरे की घंटी है।
राखी का रिश्ता, जिहादी की गंदी नीयत
नेहा का परिवार बताता है कि तौफीक तीन साल से उनके संपर्क में था। नेहा और उसकी तीन बहनें उसे राखी बांधती थीं और भाई मानकर घर बुलाती थीं। लेकिन तौफीक की जिहादी सोच ने इस पवित्र रिश्ते को कुचल दिया। नेहा की बहन ने पुलिस को बताया कि हम उसे भाई मानते थे लेकिन पिछले एक महीने से वह नेहा को शादी के लिए तंग कर रहा था। उसने धमकी दी कि निकाह करो वरना अंजाम बुरा होगा। नेहा ने मम्मी को सब बताया था।
नेहा के पिता ने कहा कि हमने उसे भाई माना लेकिन उसका जिहादी इरादा था। वह मेरी बेटी को जबरन निकाह की चपेट में लाना चाहता था। यह बयान हिंदू समाज में गुस्से की आग भड़काता है। सोशल मीडिया पर लोग इसे जिहादी कट्टरता का सबूत बता रहे हैं। एक व्यक्ति ने लिखा कि राखी बांधने वाली बहन की हत्या? यह जिहादी साजिश है, सनातन समाज जागो!
तौफीक की गिरफ्तारी: जिहादी मंसूबे नाकाम
घटना के बाद तौफीक भाग गया लेकिन दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी, कॉल रिकॉर्ड और तकनीकी निगरानी से उसे 24 जून 2025 को रामपुर के टांडा से पकड़ा। पुलिस ने बताया कि तौफीक ने “लव जिहाद” की साजिश रची थी। वह नेहा के इनकार से गुस्से में था और बुर्का पहनकर हत्या की योजना बनाई। डीसीपी (नॉर्थ-ईस्ट) जॉय टिर्की ने कहा कि आरोपी पकड़ा गया है। हम उसके जिहादी इरादों की पूरी जांच कर रहे हैं।
पुलिस तौफीक के फोन, मैसेज और अन्य सबूतों की पड़ताल कर रही है ताकि पता लगे कि क्या और जिहादी लोग इस साजिश में शामिल थे। हिंदू समाज इस गिरफ्तारी को पहला कदम मानता है लेकिन तौफीक को फांसी की मांग करता है।
परिवार का दुख, सनातन समाज का गुस्सा
नेहा की मौत ने उसके परिवार को तोड़ दिया। उसकी बहन ने बताया कि नेहा प्राइवेट जॉब करती थी और परिवार की मदद करती थी। हमने कभी नहीं सोचा कि जिसे भाई माना वही जिहादी बनकर हमारी बहन छीन लेगा। नेहा की मां ने पहले तौफीक की शिकायत की थी लेकिन पुलिस की ढिलाई ने यह हादसा होने दिया।
ज्योति नगर और अशोक नगर में लोग सड़कों पर उतरे और तौफीक को फांसी देने की मांग की। तनाव को देखते हुए पुलिस ने इलाके में भारी बल तैनात किया। सोशल मीडिया पर हिंदू समाज ने इसे “लव जिहाद” की खुली जंग बताया। एक व्यक्ति ने लिखा कि हिंदू बेटियाँ जिहादी शिकारियों का निशाना कब तक बनेंगी? सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए एकजुट हो!
सेक्युलरिज्म की चुप्पी, जिहादी खतरा
यह घटना सेक्युलर सोच की नाकामी का सबूत है। वामपंथी लोग और मीडिया “लव जिहाद” को नकारते हैं और तौफीक जैसे जिहादियों के अपराधों को मामूली अपराध बताकर मजहबी कट्टरता को छिपाते हैं। एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर लिखा कि तौफीक ने बुर्का पहनकर नेहा को मारा तो सेक्युलर लोग चुप क्यों? अगर यह उल्टा होता तो हंगामा मच गया होता।
हिंदू समाज मानता है कि नेहा का परिवार अंधी सेक्युलर सोच का शिकार बना जिसने तौफीक को भाई मानने की भूल की। यह सनातन संस्कृति पर जिहादी हमला है। हिंदू समाज को अपनी बेटियों की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाने होंगे।
हिंदू बेटियों की सुरक्षा, “लव जिहाद” कानून की जरूरत
नेहा की हत्या ने दिल्ली में हिंदू बेटियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए। 2024 में दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध 12% बढ़े। नेहा की बहन ने कहा कि अगर पुलिस ने पहले शिकायत पर कार्रवाई की होती तो मेरी बहन जिंदा होती। यह पुलिस की लापरवाही दिखाता है।
हिंदू समाज “लव जिहाद” के खिलाफ सख्त कानून की मांग कर रहा है। एक व्यक्ति ने लिखा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात में ऐसे कानून हैं। दिल्ली में भी जिहादी साजिशों को रोकने के लिए कानून चाहिए। यह मांग सनातन संस्कृति की रक्षा की भावना को दर्शाती है।
नेहा की हत्या एक जिहादी साजिश है जिसमें तौफीक ने विश्वास का खूनी धोखा दिया। राखी बांधने वाली बहन को बुर्का पहनकर पांचवीं मंजिल से फेंकने वाला यह जिहादी सनातन संस्कृति पर हमले का प्रतीक है। नेहा के पिता और बहन का बयान – वह जबरन निकाह की साजिश रच रहा था – “लव जिहाद” के खिलाफ जंग का आह्वान करता है। तौफीक की गिरफ्तारी पहला कदम है लेकिन हिंदू समाज फांसी की मांग करता है।
सेक्युलर सोच की चुप्पी और जिहादी अपराधों को दबाने की कोशिश सनातन समाज के लिए खतरा है। नेहा की शहादत हिंदुत्व के गौरव और अपनी बेटियों की रक्षा के लिए जागृति का संदेश है। तौफीक जैसे जिहादियों को कठोर सजा और “लव जिहाद” के खिलाफ सख्त कानून ही नेहा को सच्ची श्रद्धांजलि होगा। सनातन संस्कृति अमर रहे, हिंदुत्व जागे!