दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों में हुए उपचुनावों की मतगणना जारी है और शुरुआती रुझानों के बीच अब तक चार सीटों के आधिकारिक नतीजे सामने आ चुके हैं। 30 नवंबर को आयोजित मतदान में कुल 38.51 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई थी, जिसे सामान्य से कम माना जा रहा है। इसके बावजूद जिन चार वार्डों के नतीजे घोषित हुए हैं, उन्होंने राजधानी की स्थानीय राजनीति में नई दिलचस्पी भर दी है। अब तक के परिणाम बताते हैं कि बीजेपी ने दो वार्डों पर जीत हासिल की है, जबकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को एक-एक सीट मिली है। बाकी आठ वार्डों के नतीजों का इंतजार है और रुझान लगातार बदल रहे हैं, जिससे मुकाबला और भी रोमांचक हो गया है।
चांदनी चौक वार्ड में बीजेपी उम्मीदवार सुमन गौड़ गुप्ता ने करीबी मुकाबले में जीत दर्ज की। उन्हें कुल 7,825 वोट प्राप्त हुए, जबकि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हर्ष शर्मा 6,643 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। यह वार्ड हमेशा से दिल्ली की राजनीति में प्रतीकात्मक महत्व रखता है और बीजेपी की जीत को पार्टी के लिए मनोबल बढ़ाने वाला माना जा रहा है। दूसरी ओर, शालीमार बाग वार्ड में बीजेपी ने बड़ी बढ़त के साथ अपनी स्थिति मजबूत की है। यहां पार्टी की उम्मीदवार अनीता जैन ने 16,843 वोट प्राप्त किए, जबकि AAP की बबीता राणा को 6,742 वोट मिले। यह परिणाम बीजेपी के लिए एक बड़े अंतर की जीत है, जो स्थानीय संगठनात्मक मजबूती का संकेत देता है।
इसी बीच संगम विहार वार्ड में कांग्रेस ने महत्वपूर्ण जीत दर्ज की है। कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश चौधरी ने 12,766 वोट हासिल कर बीजेपी और AAP दोनों को पीछे छोड़ा। बीजेपी उम्मीदवार सुभ्रजीत गौतम 9,138 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। यह जीत कांग्रेस के लिए राजधानी में एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है, खासतौर पर ऐसे समय में जब दिल्ली की राजनीति मुख्य रूप से बीजेपी और AAP के बीच केंद्रित रही है।
चार वार्डों के नतीजों के आधार पर यह साफ है कि चुनावी तस्वीर में किसी एक पार्टी का वर्चस्व नहीं दिख रहा है। जहां बीजेपी ने दो अहम सीटों पर कब्जा किया है, वहीं AAP और कांग्रेस ने भी अपनी-अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। जैसे-जैसे शेष आठ वार्डों की मतगणना आगे बढ़ेगी, दिल्ली एमसीडी की राजनीति और भी स्पष्ट होती जाएगी।
