दिल्ली पुलिस ने 9 बांग्लादेशी दबोचे, पास से मिला प्रतिबंधित सामान, 100 गलियों में तलाशी

दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई राजधानी के उत्तर-पूर्वी जिले के जाफराबाद, सीलमपुर और उस्मानपुर इलाकों में की गई, जहां ये लोग फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्षों से छिपकर रह रहे थे। पुलिस को इनके पास से कुछ प्रतिबंधित सामान भी मिला है, जिससे सुरक्षा एजेंसाएं सतर्क हो गई हैं।

100 गलियों में तलाशी अभियान

दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच, स्थानीय थाना पुलिस और खुफिया इकाइयों के सहयोग से एक समन्वित तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें जाफराबाद, सीलमपुर, ब्रह्मपुरी और कबीर नगर की लगभग 100 गलियों की छानबीन की गई। यह इलाका काफी घनी आबादी वाला है, जहां घुसपैठिए आसानी से स्थानीय भीड़ में छिप जाते हैं।

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ विदेशी नागरिक, विशेष रूप से बांग्लादेश से आए लोग, फर्जी आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेजों के सहारे यहां अवैध रूप से रह रहे हैं। इसके बाद एक संगठित ऑपरेशन के तहत इन इलाकों में छापा मारा गया।

प्रतिबंधित सामान की बरामदगी

गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों के पास से फर्जी पहचान पत्रों के साथ-साथ कुछ संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई सिम कार्ड, बांग्लादेशी मुद्रा, और संभावित प्रतिबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, कुछ उपकरणों का उपयोग संचार के गुप्त तरीकों के लिए किया जाता था।

हालांकि, पुलिस ने अभी तक बरामद सामान की विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार इनमें कुछ ऐसा इलेक्ट्रॉनिक मैटेरियल भी है, जिसकी जांच में खुफिया एजेंसियों की मदद ली जा रही है।

देश की सुरक्षा से खिलवाड़

गिरफ्तार लोगों में से कई के पास भारत में रहने के कोई वैध दस्तावेज नहीं थे, जबकि कुछ ने फर्जी नामों से आधार और पैन कार्ड भी बनवा लिए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इन लोगों की भारत में एंट्री कैसे हुई और क्या इनके किसी आतंकी नेटवर्क या आपराधिक गिरोह से संबंध हैं।

गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, अवैध रूप से भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। दिल्ली पुलिस का यह अभियान उसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ी

इस अभियान के बाद स्थानीय निवासियों में भी चिंता का माहौल देखा गया। कई लोगों ने बताया कि ये लोग वर्षों से उन्हीं के साथ रह रहे थे, लेकिन उनकी असली पहचान का उन्हें अंदाजा नहीं था। इससे यह स्पष्ट होता है कि अवैध घुसपैठ केवल सीमावर्ती राज्यों की समस्या नहीं रह गई है, बल्कि यह दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों के लिए भी एक गंभीर चुनौती बन चुकी है।

दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई न केवल सुरक्षा की दृष्टि से अहम है, बल्कि इससे यह भी साफ होता है कि शहर के भीतर ऐसे कई हॉटस्पॉट्स मौजूद हैं, जहां विदेशी घुसपैठिए वर्षों से छिपकर रह रहे हैं। यह घटना देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक चेतावनी है, और ऐसे में जरूरत है सतर्क निगरानी और ठोस कानूनी कार्रवाई की।

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