बिहार के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। हत्याकांड में शामिल एक आरोपी एनकाउंटर में ढेर हो गया है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में आरोपी विकास उर्फ राजा मारा गया। बताया जा रहा है कि मुख्य शूटर उमेश ने राजा से ही हथियार खरीदे थे। सोमवार (7 जुलाई) को मामले में उमेश की गिरफ्तारी हुई थी।
शनिवार (5 जुलाई) को पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में स्थित पनास होटल के पास गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जब वे अपने अपार्टमेंट में कार से उतर रहे थे, उसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे बदमाशों ने उन पर गोली चला गई। गोपाल खेमका को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जवाबी कार्रवाई में आरोपी विकास उर्फ राजा ढेर
बताया जा रहा है कि जिस वक्त इस घटना को अंजाम दिया गया, तब वहां राजा भी मौजूद था। उस पर हथियार मुहैया करावाने का भी आरोप है। पुलिस आरोपी राजा को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। इस बीच उसने पुलिसकर्मियों पर ही गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद जवाबी फायरिंग में उसे पुलिस की गोली लग गई, जिससे राजा की मौत हो गई है।
एनकाउंटर को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से एक बयान जारी किया गया। इसमें बताया कि वांछित अपराधी विकास उर्फ राजा रात करीब 2.45 बजे दमरिया घाट के पास पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। घटनास्थल से एक पिस्तौल, गोली और खोखा कारतूस बरामद किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है।
पुलिस की कार्रवाई लगातारी जारी है- राजीव रंजन
एनकाउंटर पर JDU नेता राजीव रंजन ने कहा, “उमेश यादव और एक अन्य अपराधी की गिरफ्तारी हुई है। एक अन्य अपराधी जिसने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की उसे भी पुलिस ने ढेर कर दिया है। कार्रवाई लगातार जारी है। इसमें सवाल खड़े करने वाले लोगों से जनता जरूर पूछेगी कि उनकी भूमिका जिम्मेदार विपक्ष की अगर है तो ऐसी घटनाओं में इनपुट के माध्यम से वे पुलिस को मदद कर सकते हैं। आरोप प्रत्यारोप से बिहार की राजनीति में कोई जगह नहीं बनने जा रही।”
जमीन विवाद का शक
इससे पहले पुलिस ने गोपाल खेमका हत्याकांड में शामिल शूटर उमेश को भी गिरफ्तार किया था। वो पटना सिटी का रहने वाला है।इसके अलावा तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया। पुलिस को शक है कि मर्डर के पीछे जमीन विवाद मुख्य कारण हो सकता है।
2019 में बेटे की हुई थी गोली मारकर हत्या
गोपाल खेमका पटना के जाने-माने व्यवसायी थे और मगध अस्पताल के मालिक भी थे। उनके परिवार के लिए यह दूसरी बड़ी त्रासदी है। करीब 6 साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की भी वैशाली जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र में इसी तरह गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद गोपाल खेमका को सुरक्षा भी मुहैया कराई गई, लेकिन पिछले साल ही इसे हटा दिया गया था।