‘The LogSabha’ Exit Poll: बिहार में NDA की प्रचंड वापसी के संकेत, जानें महागठबंधन को मिली कितनी सीटें

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के सभी चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद अब सबकी निगाहें एग्जिट पोल के नतीजों पर टिकी हैं।
देश की प्रतिष्ठित राजनीतिक विश्लेषण संस्था ‘The LogSabha’ ने अपने एग्जिट पोल के ताज़ा आंकड़े जारी कर दिए हैं, जिनमें एनडीए (NDA) की प्रचंड वापसी के संकेत मिल रहे हैं।
सर्वे के अनुसार, इस बार भी नीतीश कुमार और बीजेपी की जोड़ी सत्ता की कुर्सी पर मजबूती से वापसी करती दिख रही है, जबकि महागठबंधन (RJD-कांग्रेस गठजोड़) को अपेक्षाकृत सीमित समर्थन मिला है।

The LogSabha Exit Poll के अनुसार संभावित नतीजे

‘The LogSabha’ के सर्वे में लगभग 1.2 लाख मतदाताओं की राय ली गई। यह सर्वे 38 जिलों के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में कराया गया, जिसमें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को समान प्रतिनिधित्व दिया गया।

सर्वे के नतीजे इस प्रकार हैं:

गठबंधन / दल अनुमानित सीटें (कुल 243 में से) वोट शेयर (%)
NDA (BJP + JD(U) + HAM + VIP) 148 – 166 सीटें 46.2%
महागठबंधन (RJD + Congress + Left) 70 – 88 सीटें 37.8%
अन्य (LJP, AIMIM, Independent) 7 – 12 सीटें 16%

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि एनडीए को आराम से बहुमत रेखा (122 सीटें) पार करने की संभावना है।

बीजेपी बनी NDA की धुरी

The LogSabha के ताज़ा विश्लेषण में बीजेपी इस चुनाव में मुख्य निर्णायक शक्ति बनकर उभरती दिख रही है।
सर्वे बताता है कि बीजेपी अकेले 105 से 112 सीटों तक जीत सकती है, जबकि उसके सहयोगी जेडीयू (JDU) को 38 से 45 सीटों मिलने की उम्मीद है।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और वीआईपी (VIP) जैसी छोटी सहयोगी पार्टियां 3-4 सीटों तक सीमित रह सकती हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस बार बिहार में शहरी वोटर्स, महिलाएं और पहली बार वोट डालने वाले युवाओं ने बड़ी संख्या में एनडीए के पक्ष में मतदान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, केंद्र की योजनाओं का असर और नीतीश सरकार की स्थिर छवि ने एनडीए के लिए माहौल तैयार किया।

महागठबंधन को झटका, ग्रामीण इलाकों में सीमित बढ़त

महागठबंधन के लिए यह एग्जिट पोल चिंता का विषय है।
सर्वे बताता है कि आरजेडी को लगभग 60–70 सीटें, कांग्रेस को 10–12 सीटें, और वामदलों को 3–5 सीटें मिल सकती हैं।
RJD का प्रभाव कुछ ग्रामीण इलाकों तक सीमित दिख रहा है, लेकिन शहरी क्षेत्रों और सीमांचल में एनडीए ने मजबूत पकड़ बनाई हुई है।

The LogSabha के राजनीतिक शोधकर्ता डॉ. आर्यन झा के अनुसार,

“महागठबंधन ने बेरोज़गारी और महंगाई जैसे मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया, लेकिन नेतृत्व और संगठनात्मक मजबूती की कमी ने उनके प्रदर्शन को सीमित कर दिया।”

क्षेत्रवार रुझान: कहाँ NDA को बढ़त, कहाँ टक्कर

  1. उत्तर बिहार (मिथिलांचल और सीमांचल) – एनडीए को बढ़त, खासकर दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, किशनगंज क्षेत्रों में रिकॉर्ड वोटिंग हुई।

  2. मगध और शाहाबाद क्षेत्र – यहाँ मुकाबला अपेक्षाकृत कड़ा रहा, लेकिन एनडीए का पलड़ा भारी दिखा।

  3. शहरी इलाकों (पटना, गया, मुज़फ्फरपुर) – बीजेपी ने अपना परंपरागत वोट बैंक बरकरार रखा।

  4. पूर्वी बिहार (भागलपुर, कटिहार) – कुछ मुस्लिम-बहुल सीटों पर AIMIM ने असर डाला, जिससे RJD को नुकसान हुआ।

महिलाओं और युवाओं ने बदला चुनावी गणित

The LogSabha के सर्वे में महिलाओं की भागीदारी रिकॉर्ड स्तर पर दर्ज की गई।
कुल महिला मतदाताओं में से 58% ने NDA को वोट देने की बात कही, जबकि महागठबंधन को 35% समर्थन मिला।
युवाओं के बीच भी प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र की योजनाओं जैसे “स्टार्टअप इंडिया” और “PM आवास योजना” का प्रभाव देखा गया।

क्यों जीत के मूड में दिख रहा है NDA

The LogSabha की रिपोर्ट में एनडीए की प्रचंड बढ़त के पीछे ये पाँच मुख्य कारण बताए गए हैं:

  1. केंद्र-राज्य का डबल इंजन नैरेटिव – मतदाताओं में भरोसा कि केंद्र और राज्य में एक ही सरकार से विकास तेज़ होगा।

  2. महिलाओं के कल्याण की योजनाएं – उज्ज्वला, साइकिल योजना, हर घर नल-जल जैसी स्कीमों ने वोट बैंक मजबूत किया।

  3. जातीय समीकरणों का पुनर्संतुलन – एनडीए ने गैर-यादव ओबीसी और अति पिछड़े वर्गों में अपनी पकड़ मजबूत रखी।

  4. RJD के खिलाफ एंटी-इन्कम्बेंसी नैरेटिव – युवाओं ने “जंगलराज वापसी” के डर को लेकर एनडीए को प्राथमिकता दी।

  5. मजबूत संगठन और बूथ मैनेजमेंट – बीजेपी का बूथ-लेवल नेटवर्क महागठबंधन की तुलना में कई गुना प्रभावी रहा।

अन्य दलों की स्थिति

इस बार AIMIM, LJP और कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों ने मुकाबले को दिलचस्प जरूर बनाया है, लेकिन इनका प्रभाव सीमित क्षेत्रों तक है।
LJP को 3–4 सीटें, AIMIM को 2–3 सीटें, और निर्दलीय उम्मीदवारों को 1–2 सीटें मिलने का अनुमान है।
हालांकि, इनकी मौजूदगी ने कई सीटों पर मतों के बंटवारे से मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

एग्जिट पोल के सामने आने के बाद बीजेपी और जदयू खेमे में उत्साह का माहौल है।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा —

“बिहार की जनता ने विकास और स्थिरता को चुना है, The LogSabha का सर्वे जनता के मूड को सही दर्शाता है।”

वहीं आरजेडी ने एग्जिट पोल को खारिज करते हुए कहा —

“वास्तविक नतीजे 3 दिसंबर को दिखाएंगे कि जनता किसके साथ है। एग्जिट पोल सिर्फ अनुमान हैं, जनादेश नहीं।”

निष्कर्ष: एग्जिट पोल में NDA आगे, अब नज़र असली नतीजों पर

‘The LogSabha’ के एग्जिट पोल ने यह साफ़ कर दिया है कि बिहार की जनता ने एक बार फिर एनडीए पर भरोसा जताया है
हालांकि, चुनावी राजनीति में एग्जिट पोल हमेशा अंतिम सच नहीं होते।
अब सबकी निगाहें 3 दिसंबर की मतगणना पर हैं, जब यह तय होगा कि क्या वाकई एनडीए की यह “प्रचंड वापसी” हकीकत में बदलती है या फिर महागठबंधन कोई बड़ा उलटफेर कर पाता है।

फिलहाल, The LogSabha के नतीजों ने यह संकेत दे दिया है कि बिहार की राजनीतिक हवा इस बार भी “डबल इंजन सरकार” के पक्ष में बह रही है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top