नीतीश कुमार ने रचा इतिहास: दसवीं बार सीएम पद की शपथ, नई सरकार में 26 मंत्री शामिल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की बड़ी जीत के बाद गुरुवार, 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10वीं बार पद की शपथ ली, जिससे उन्होंने भारतीय राजनीति में एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज कराया।

समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कई केंद्रीय मंत्री, और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री मौजूद रहे। पूरा मैदान सुबह से ही जनता की भारी मौजूदगी से भरा हुआ था, जिसमें लगभग दो से तीन लाख लोग शामिल हुए।

एनडीए विधायक दल की बैठक से शपथ तक का सफर

इससे एक दिन पहले, 18 नवंबर को बिहार विधानसभा के सेंट्रल हॉल में एनडीए विधायक दल की बैठक हुई थी, जहाँ नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। इसके बाद उन्होंने तत्काल राजभवन पहुँचकर अपना इस्तीफा सौंपा और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। गुरुवार को ठीक 11:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत हुई, जिसमें नीतीश कुमार के साथ 26 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। इस तरह नई सरकार का ढांचा आकार लेता दिखाई दिया, जिसमें अनुभवी चेहरों और सहयोगी दलों को भी उचित प्रतिनिधित्व मिला।

जेडीयू और बीजेपी में नेतृत्व चयन

शपथ से पहले बुधवार को जेडीयू विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री आवास में हुई, जिसमें सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को जेडीयू विधायक दल का नेता चुना गया। दूसरी ओर, भाजपा ने भी अपने विधायकों की बैठक की, जिसमें सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उप नेता चुना गया। इस बैठक में यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद थे। नेतृत्व चयन के बाद दोनों दलों ने स्पष्ट संकेत दिया कि एनडीए नई सरकार को स्थिरता और दिशा देने के लिए पूर्णतः तैयार है।

कनफर्म और संभावित मंत्रियों की सूची

नई सरकार में किन-किन नेताओं को शामिल किया जाएगा, इसे लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा जोरों पर थी और शपथ ग्रहण के दौरान यह लगभग स्पष्ट हो गया। जेडीयू कोटे से विजय चौधरी, बिजेंद्र यादव, अशोक चौधरी, श्रवण कुमार, लेसी सिंह, रत्नेश सदा, दामोदर रावत, जमा खान, श्याम रजक और सुनील कुमार को मंत्री पद मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं भाजपा कोटे से दिलीप जायसवाल, सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, नितिन नवीन, नीतीश मिश्रा, रेणु देवी, मंगल पांडेय, नीरज सिंह बबलू, हरि सहनी, संजय सरावगी, रजनीश कुमार और श्रेयसी सिंह का नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा है। सहयोगी दलों में लोजपा (आरवी) के राजू तिवारी, हम के संतोष सुमन और आरएलएम की स्नेहलता कुशवाहा भी मंत्री बनाए जा सकते हैं।

2025 के चुनाव परिणामों ने बदली राजनीतिक तस्वीर

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए को 202 सीटों के मजबूत जनादेश ने एक बार फिर गठबंधन की मजबूती साबित की है। भाजपा 89 सीटों के साथ गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि जेडीयू ने 85 सीटें जीतीं। लोक जनशक्ति पार्टी (आर) ने 29 में से 19 सीटों पर जीत दर्ज करके तीसरी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी का दर्जा हासिल किया। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 5 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4 सीटें मिलीं।

अनुभव और गठबंधन पर आधारित सरकार

इतिहासिक शपथ ग्रहण के साथ नीतीश कुमार ने साफ़ संकेत दिया है कि आने वाले पाँच सालों में अनुभव, स्थिरता और मजबूत गठबंधन उनके शासन की बुनियाद होंगे। नई सरकार में शामिल 26 मंत्रियों के साथ बिहार की राजनीतिक दिशा अब एक नए अध्याय की ओर बढ़ रही है।

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