उत्तर प्रदेश में अगले साल 2026 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं, और इसके लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके तहत 18 जुलाई से मतदाता पुनरीक्षण का कार्य शुरू होगा, और 15 जनवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार, चुनाव मार्च-अप्रैल 2026 तक आयोजित हो सकते हैं।
यूपी निर्वाचन आयोग ने 2026 की पहली तिमाही के लिए चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। 18 जुलाई से वोटर लिस्ट के पहले चरण में व्यापक पुनरीक्षण प्रक्रिया शुरू होगी। बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) 14 अगस्त से घर-घर जाकर सर्वे करेंगे और नए मतदाताओं को शामिल करेंगे। निर्वाचन आयुक्त आरपी सिंह ने शुक्रवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की।
नए वोटरों को मौका
मतदाता पुनरीक्षण अभियान की शुरुआत ग्राम पंचायतों या शहरी निकायों में शामिल हिस्सों की पुरानी वोटर लिस्ट हटाने से होगी। इस दौरान बीएलओ और पर्यवेक्षकों को उनके कार्यक्षेत्र का आवंटन भी किया जाएगा। साथ ही, 1 जनवरी 2026 को 18 साल पूरे करने वाले युवा अपने नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
छुट्टियों में भी काम जारी
इस अभियान के दौरान सरकारी ऑफिस छुट्टियों में भी खुले रहेंगे, और किसी भी सूरत में समयसीमा बढ़ाई नहीं जाएगी। आयोग की वेबसाइट https://sec.up.nic.in/OnlineVoters/ पर ऑनलाइन आवेदन जमा किए जा सकेंगे। बीएलओ इन आवेदनों की जांच के लिए घर-घर जाकर दस्तावेजों की पुष्टि करेंगे और फिर नाम सूची में जोड़ेंगे।
क्या होगा कब?
- बीएलओ को कार्यक्षेत्र आवंटन: 18 जुलाई से 13 अगस्त
- घर-घर सर्वे और नए वोटर जोड़ना: 14 अगस्त से 29 सितंबर
- ऑनलाइन आवेदन की तारीख: 14 अगस्त से 22 सितंबर
- ऑनलाइन आवेदनों की जांच: 23 सितंबर से 29 सितंबर
- वोटर लिस्ट की डिजिटल कॉपी तैयार करना: 30 सितंबर से 24 नवंबर
- बूथ नंबरिंग और मैपिंग: 25 नवंबर से 4 दिसंबर
- ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी: 5 दिसंबर
- दावे और आपत्तियां जमा करना: 6 से 12 दिसंबर
- दावों-आपत्तियों का निपटारा: 13 से 19 दिसंबर
- अंतिम वोटर लिस्ट प्रकाशन: 15 जनवरी 2026