गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र की राहुल विहार कॉलोनी में धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में पुलिस ने एक पादरी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि हर रविवार को एक निजी घर में गुपचुप तरीके से प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही थीं, जहां लोगों को लालच देकर ईसाई अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। ये मामला रविवार (15 जून 2025) का है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार पादरी की पहचान विनोद कुंजुमन के रूप में हुई है, जो मूल रूप से केरल के निवासी हैं और वर्तमान में साहिबाबाद में रह रहे हैं। दूसरा आरोपी प्रेमचंद जाटव गाजियाबाद के राहुल विहार कॉलोनी का निवासी है। उसे भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह कार्रवाई बजरंग दल के एक कार्यकर्ता प्रबल गुप्ता की शिकायत पर की।
शिकायत में कहा गया था कि प्रेमचंद जाटव हर रविवार को अपने घर में गुपचुप तरीके से प्रार्थना सभाएं आयोजित करता है, जहां पादरी विनोद लोगों को बाइबल के माध्यम से ईसाई की शिक्षा देते थे। इस दौरान आर्थिक रूप से कमजोर, विशेषकर अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय के लोगों को आर्थिक मदद, बेहतर जीवन और शिक्षा जैसी सुविधाओं का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्रेमचंद जाटव कुछ वर्षों पहले खुद बपतिस्मा ले चुका है और अब वह अपने घर में इन सभाओं की व्यवस्था करता था। उसकी कोशिश रहती थी कि इलाके के गरीब लोग इन सभाओं में शामिल हों। बताया गया कि धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया मानसिक रूप से प्रभावित करके, सहायता और सुविधा देने के वादे पर आधारित थी।
एसीपी वेव सिटी प्रियाश्री पाल ने बताया कि आरोपी धर्मांतरण गतिविधियों को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दे रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसके अतिरिक्त भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 351(3) और 352 के तहत भी केस दर्ज किया गया है।
फिलहाल दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस कथित धर्मांतरण रैकेट से और कौन-कौन लोग जुड़े हो सकते हैं। क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस स्टेशन की प्रभारी प्रीति गर्ग ने बताया कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और जल्द ही अन्य संदिग्धों की पहचान की जाएगी।