नई दिल्ली, 24 जून 2025: आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने हाल ही में ‘फेक सेक्युलरिज्म’ पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर हिंदू होने पर ही क्यों आपत्ति होती है? पवन कल्याण का कहना है कि अगर कोई ईसाई या मुसलमान अपने धर्म का पालन करता है, तो उसे स्वीकार किया जाता है, लेकिन हिंदू अपने धर्म के प्रति प्रतिबद्ध हो, तो उसे ‘सांप्रदायिक’ करार दे दिया जाता है। यह बयान सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है।
पवन कल्याण ने कहा, “एक ईसाई ईसाई हो सकता है, एक मुसलमान मुसलमान हो सकता है, लेकिन अगर कोई हिंदू हिंदू है, तो उसे परेशानी होती है। यह नकली धर्मनिरपेक्षता है।” उनका यह बयान हिंदू भावनाओं को लेकर बढ़ती चिंताओं को सामने लाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हिंदू धर्म का अपमान अब बर्दाश्त नहीं होगा। वे सनातन धर्म में गहरी आस्था रखते हैं और धर्म की रक्षा के लिए आवाज उठाने की बात कहते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग हिंदू धर्म को निशाना बनाते हैं, क्योंकि इसका जवाब शांति में मिलता है, न कि हिंसा में। पवन कल्याण ने जोर देकर कहा कि वे जबरन धर्म परिवर्तन और छद्म धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ हैं। उनका मानना है कि हर धर्म का सम्मान होना चाहिए, लेकिन हिंदू धर्म के साथ भेदभाव बर्दाश्त नहीं होगा।
यह बयान राजनीतिक और सामाजिक गलियारों में बहस छेड़ सकता है। कई लोग उनके विचारों से सहमत हैं और इसे हिंदू समुदाय की आवाज मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे विवादास्पद बता रहे हैं। पवन कल्याण की यह बातें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, और लोग इसे लेकर अपनी राय दे रहे हैं। यह मुद्दा आने वाले दिनों में और गहरा सकता है।