उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित ‘पंडित जी वैष्णो ढाबा’ को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। ढाबे के मालिक मोहम्मद सनव्वर और उसके बेटे आदिल पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है, क्योंकि उनका नाम हिंदू पहचान से मेल नहीं खाता। यह खुलासा तब हुआ जब कुछ संगठनों ने ढाबे की जांच की और दावा किया कि सनव्वर, जो मुस्लिम है, ने हिंदू नाम से ढाबा चलाकर अपनी पहचान छिपाई।
घटना की शुरुआत तब हुई जब स्वामी यशवीर महाराज की टीम ने कांवड़ रूट पर चेकिंग अभियान चलाया। टीम ने ढाबे के कर्मचारियों से आधार कार्ड मांगे, लेकिन वे इसे पेश करने में असमर्थ रहे। बारकोड स्कैन करने पर मालिक का नाम मोहम्मद सनव्वर के रूप में सामने आया, जिसके बाद तनाव बढ़ गया। पूर्व मैनेजर धर्मेंद्र ने शिकायत दर्ज कराई कि उसे इस खुलासे के लिए पीटा गया था। पुलिस ने सनव्वर, आदिल, जुबैर और दो अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की है।
पुलिस के अनुसार, यह मामला कांवड़ यात्रा से पहले श्रद्धालुओं की भावनाओं से जुड़ा है, इसलिए सख्त कार्रवाई की जा रही है। जांच में पता चला कि ढाबे पर काम करने वाले कई कर्मचारी भी अपनी पहचान छिपा रहे थे। इस घटना के बाद इलाके में हलचल मची हुई है, और सोशल मीडिया पर लोग इसे लेकर अपनी राय दे रहे हैं।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नोटिस जारी किए हैं और जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि कांवड़ यात्रा के दौरान शांति बनाए रखने के लिए सभी दुकानों की पहचान सत्यापित की जाएगी। यह मामला आने वाले दिनों में और चर्चा में रह सकता है।