गाजियाबाद के मसूरी इलाके में नोएडा पुलिस की टीम रविवार को एक बदमाश को पकड़ने गई थी। इस दौरान गोली लगने से 35 वर्षीय सिपाही सौरभ कुमार की मौत हो गई। सौरभ शामली के रहने वाले थे। बेटे की हत्या के बाद उनके पिता उत्तम कुमार का दर्द झलक आया। उन्होंने कहा कि जैसे मेरे बेटे को जिन जिहादी बदमाशों ने गोली मार कर मौत के घाट उतारा है, ऐसे ही योगी सरकार उनके घर पर बुलडोजर चलवा कर उन्हें भी गोली से मारे।
सौरभ कुमार की शादी को 5 साल हो चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी बच्चा नहीं है। परिजनों का रो-रोकर का बुरा बुरा हाल है। सौरभ की मां और पत्नी रोते-रोते बेहोश हो जाती हैं। होश आते ही सौरभ को पुकारने लगती हैं। पूरे गांव में शोक की लहर है। सौरभ के घर पर रिश्तेदार और क्षेत्र के लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है। सौरभ दो भाई थे।
हिस्ट्रीशीटर कादिर पर कई मुकदमें
आपको बता दें कि पकड़े गए बदमाश कादिर पर लूट, रंगदारी और हथियारों की तस्करी के अलावा अलग-अलग जिलों के विभिन्न थानों में कई संगीत मुकदमें दर्ज हैं। नोएडा पुलिस को कादिर की एक मामले में सरगर्मी से तलाश थी। वह वांछित चल रहा था। रविवार को नोएडा पुलिस को सूचना मिली कि हिस्ट्रीशीटर बदमाश कादिर अपने निवास स्थान नाहल गांव में मौजूद है।
इस सूचना पर नोएडा पुलिस रविवार की देर रात गाजियाबाद पहुंची।
बदमाश ने पुलिस पर चलवाई गोलियां
पुलिस ने बदमाश को उसके घर से पकड़ लिया और जैसे ही वह उसे अपने साथ ले जाने लगी तो बदमाश के साथियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर तथा उन्हें उकसाने के बाद पुलिस टीम पर पथराव कर दिया एवं गोलियां चला दी। एकाएक अफरातफरी मच गई और एक गोली नोएडा पुलिस के सिपाही सौरभ को लगी। सौरभ को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
नोएडा पुलिस कमिश्नर ने दिए एक लाख रुपये
नोएडा की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने सिपाही सौरभ की मौत पर दुख जताते हुए परिवार को अपनी सैलरी से एक लाख रुपये देने का ऐलान किया है। इसके अलावा नोएडा पुलिस के सभी कर्मी भी अपना एक दिन का वेतन परिवार को देंगे।