उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के जवाँ कस्बे में 11 अक्टूबर की रात 20 वर्षीय करन अहेरिया की असद ने चाकू से गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी। हत्या के पीछे डेढ़ साल पुराना मंदिर निर्माण विवाद बताया जा रहा है। घटना के बाद हिंदू समुदाय में आक्रोश फैल गया और लोगों ने आरोपितों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की माँग की।
करन की हत्या का कारण जवाँ में पीपल के पेड़ के नीचे बने मंदिर से जुड़ा है। करन की माँ महारानी देवी और चाची राधा देवी ने बताया कि असद और उसका परिवार मंदिर निर्माण का विरोध करता था। वे मंदिर पर हड्डियाँ फेंककर गंदगी फैलाते थे। करन के दोस्त राजकुमार ने बताया कि असद का परिवार पहले से ही झगड़ालू और गुंडागर्दी में लिप्त था। हत्या के समय असद के पिता भी मौके पर शराब पी रहे थे और उन्होंने बेटे के साथ मिलकर करन का गला काटा।
घटना खंडहर मकान में हुई, जहाँ असद ने करन पर चाकू से 15 वार किए। दीवारों पर खून के छींटे और सूखा खून करन की दर्दनाक मौत की गवाही दे रहे थे। पड़ोसियों ने बताया कि असद ने रेती से चाकू की धार तेज की थी। करन के भाई गोविंद और सनी ने उसकी चीखें सुनीं, लेकिन जब तक वे पहुंचे, असद और 7-8 लोग खंडहर से भाग चुके थे।
हत्या के बाद प्रशासन ने मेन बाजार में अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर चलाया, जिसमें असद के खंडहर मकान को भी ढहा दिया गया। मुस्लिम दुकानदारों ने इसका विरोध किया, दावा किया कि नोटिस के बावजूद कार्रवाई जल्दबाजी में की गई। दुकानदार इमरान खान ने कहा, “अतिक्रमण हिंदुओं ने भी किया, लेकिन कार्रवाई सिर्फ हम पर हुई।”
करन के घर की स्थिति दयनीय है। माँ महारानी देवी ने बताया कि करन नोएडा से दीवाली की छुट्टी पर आया था और पड़ोस की मुस्लिम महिला को दवा दिलाने अलीगढ़ गया था। माँ ने रोते हुए कहा, “वह भूखा ही मारा गया।” घर में सिल-बट्टा और दो साफ चूल्हे गरीबी की कहानी बयाँ करते हैं।
पड़ोस की मुस्लिम महिला अमीना, जिसे करन दवा दिलाने ले गया था, ने कहा, “करन बहुत अच्छा था। हत्यारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।” उनकी माँ ने असद और उसके परिवार को फाँसी की सजा की माँग की।
अलीगढ़ बीजेपी जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह ने कहा, “सभी हत्यारे जेल में हैं। योगी सरकार अपराधियों को नहीं बख्शेगी।” एसडीएम महिमा सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार को मदद दी जा रही है, जिसमें करन के भाई को नगर पंचायत में नौकरी दी गई है।
असद ने थाने में आत्मसमर्पण कर जुर्म कबूल किया। पुलिस ने 8 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। प्रशासन ने हत्या स्थल वाले खंडहर मकान पर बुलडोजर चलाकर सख्त संदेश दिया।
करन की हत्या ने जवाँ में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाया, लेकिन योगी सरकार की त्वरित कार्रवाई ने कानून-व्यवस्था को कायम रखा।
