दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार रात कुछ छात्रों द्वारा आयोजित दिवाली उत्सव के दौरान हंगामा हो गया। छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए।
विवाद इतना बढ़ा कि बात हाथापाई तक आ गई। आरोप है कि एक समुदाय के छात्र दिवाली उत्सव का विरोध करने लगे। भारी संख्या में पहुंचे खास समुदाय के छात्रों ने दीए जलाने और रंगोली का विरोध किया। इस दौरान मारपीट भी हुई।
जामिया में लगे अल्लाह हू अकबर और फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे
Allahu Akbar from Jamia Millia Islamia:
Hindu students on campus organised a Pre-Deepavali celebration, ‘Jyotirgamaya 2024,’ which was met with slogans like “Palestine Zindabad” and “Allahu Akbar”
A Centrally funded institute for us: pic.twitter.com/TvtxX5E1Ng
— Subhi Vishwakarma (@subhi_karma) October 22, 2024
इस दौरान खास समुदाय के छात्रों ने धार्मिक नारे लगाए। वीडियो में देखा जा सकता है कि लगभग 100 से ज्यादा लोग हंगामा कर रहा हैं। लोग अल्लाह हू अकबर और फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे भी लगा रहे हैं। नारेबाजी से माहौल तनावपूर्ण हो गया।
एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने किया आयोजित किया था कार्यक्रम
पुलिस ने बताया कि घटना गेट 7 के पास शाम करीब 7:30-8 बजे के आसपास हुई। अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। शांति सुनिश्चित करने के लिए परिसर के बाहर पुलिस तैनात की गई है। एबीवीपी से जुड़े छात्रों का एक समूह दिवाली के लिए दीये लगा रहा था और रंगोली बना रहा था, तभी इससे नाराज छात्रों के दूसरे समूह ने सजावट में बाधा डाल दी, जिससे झड़प हो गई। विवाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दोनों गुटों से आरोप-प्रत्यारोप जारी
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की जेएमआई इकाई ने दावा किया कि दिवाली समारोह की आड़ में एबीवीपी ने छात्रों पर हमला किया। इन आरोपों से इनकार करते हुए एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने एक दिवाली कार्यक्रम का आयोजन किया था।
यह लगभग एक या दो घंटे तक शांतिपूर्ण ढंग से चला। हालांकि उसके बाद, दूसरे समूह के कुछ छात्र आए और कार्यक्रम में बाधा डाली। कुछ दीयों को नुकसान पहुंचाया और ‘फिलिस्तीन जिंदाबाद’ जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए।
फिलहाल मौके पर हालात पुलिस के काबू में हैं। झड़प में किसी छात्र को चोट लगने की जानकारी सामने नहीं आई है। कल रात में हंगामा करने वाले छात्रों को अलग कर दिया गया था।