Author name: Logsabha Team

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर, नए Vice President के चुनाव की प्रक्रिया जल्द

राज्यसभा के सभापति और देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार (21 जुलाई, 2025) की रात एक चौंकाने वाला फैसला लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. यह इस्तीफा ऐसे समय में आया जब संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ ही था और वह दिनभर उच्च सदन की कार्यवाही का संचालन भी करते रहे […]

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर, नए Vice President के चुनाव की प्रक्रिया जल्द Read More »

सम्राट ललितादित्य: जिसने तिब्बत से अफगान तक हिंदू साम्राज्य फैलाया, पर वामपंथी इतिहासकारों ने उनके शौर्य को दबा दिया

हिंदू इतिहास में कई वीर योद्धाओं ने अपनी वीरता से दुनिया को चकित किया, लेकिन उनके योगदान को जानबूझकर भुलाने की साजिश भी चली। सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड ऐसे ही एक महान हिंदू शासक थे, जिन्होंने 8वीं सदी में कश्मीर से तिब्बत और अफगानिस्तान तक हिंदू साम्राज्य का विस्तार किया। उनकी सेनाओं ने दूर-दूर तक विजय

सम्राट ललितादित्य: जिसने तिब्बत से अफगान तक हिंदू साम्राज्य फैलाया, पर वामपंथी इतिहासकारों ने उनके शौर्य को दबा दिया Read More »

जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा, स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे एक पत्र में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और डॉक्टरों की सलाह का हवाला देते हुए संविधान के अनुच्छेद 67(अ) के तहत यह कदम उठाया। अपने पत्र में धनखड़ ने कहा, “स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते

जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा, स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला Read More »

‘जिहाद चाहिए, जिहाद से जीना है, हम मिलिटेंट…’, बांग्लादेश में मस्जिद से लेकर सड़कों तक नारे लगा रहे आतंकी

बांग्लादेश में शेख हसीना की आवामी लीग सरकार के पतन के बाद उग्रवादी और प्रतिबंधित इस्लामी संगठनों की गतिविधियां फिर से सिर उठाने लगी हैं। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ढाका की राष्ट्रीय मस्जिद बैतुल मुकर्रम में हिज्ब उत-तहरीर, विलायाह बांग्लादेश, अंसार अल-इस्लाम और जमात-ए-इस्लामी जैसे जिहादी समूहों के समर्थकों ने जोश के

‘जिहाद चाहिए, जिहाद से जीना है, हम मिलिटेंट…’, बांग्लादेश में मस्जिद से लेकर सड़कों तक नारे लगा रहे आतंकी Read More »

कन्नप्पा नयनार: वह भक्त जिसने शिवलिंग पर अपनी आँखें अर्पित कीं

हिंदू धर्म में भक्ति की कई कहानियाँ हैं, लेकिन कन्नप्पा नयनार की गाथा अपने आप में अनोखी है। वे एक शिकारी से संत बने भक्त थे, जिन्होंने भगवान शिव के प्रति अपने समर्पण को साबित करने के लिए अपनी आँखें तक अर्पित कर दीं। 6वीं-7वीं सदी के इस महान शिवभक्त की कहानी न केवल आस्था

कन्नप्पा नयनार: वह भक्त जिसने शिवलिंग पर अपनी आँखें अर्पित कीं Read More »

बप्पा रावल: प्रजा के बप्पा, भीलों के रावल, अरबों को ईरान तक खदेड़ने वाले हिन्दू सम्राट

अगर आपने बप्पा रावल का नाम नहीं सुना, तो इसमें आपका दोष नहीं, बल्कि उस शिक्षा व्यवस्था का है जिसने हमारी वीर गाथाओं को दबा दिया। बप्पा रावल, जिन्हें प्रजा के बप्पा और भीलों के रावल के रूप में पूजा जाता है, 8वीं सदी के महान हिंदू सम्राट थे। उन्होंने अरब आक्रमणकारियों को न केवल

बप्पा रावल: प्रजा के बप्पा, भीलों के रावल, अरबों को ईरान तक खदेड़ने वाले हिन्दू सम्राट Read More »

खुद को RSS से जुड़ी संस्था का महासचिव बताता था छांगुर बाबा, अफसरों पर धौंस जमाता था ईदुल इस्लाम

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खेल रचा। जांच में खुलासा हुआ है कि छांगुर बाबा खुद को ‘भारत प्रतीकार्थ सेवा संघ’ नामक संस्था का अवध प्रांत महासचिव बताता था और इस संस्था का दावा था कि उसका संबंध राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

खुद को RSS से जुड़ी संस्था का महासचिव बताता था छांगुर बाबा, अफसरों पर धौंस जमाता था ईदुल इस्लाम Read More »

काशी मंदिर का पुनर्निर्माण, राजा मानसिंह की आस्था और सनातन अस्मिता की अमिट पहचान

वह पावन कालखंड जब काशी के मंदिरों ने सनातन अस्मिता की नई कहानी लिखी। राजा मानसिंह, जिन्हें इतिहास में एक महान सेनापति और प्रशासक के रूप में जाना जाता है, ने अपनी गहरी आस्था और दूरदर्शिता से काशी (वाराणसी) के मंदिरों, विशेष रूप से काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण को संभव बनाया। यह प्रयास न

काशी मंदिर का पुनर्निर्माण, राजा मानसिंह की आस्था और सनातन अस्मिता की अमिट पहचान Read More »

18 जुलाई: गोलियां खत्म हुईं, पर हौसला नहीं – संगीन से दुश्मनों को ढेर कर अमर हुए परमवीर पीरू सिंह

18 जुलाई: गोलियां खत्म हुईं, पर हौसला नहीं – संगीन से दुश्मनों को ढेर कर अमर हुए ‘परमवीर पीरू सिंह’

18 जुलाई, वह अमर तारीख जब वीरता ने इतिहास में स्वर्णिम छाप छोड़ी। यह वह दिन है जब राजस्थान के झुंझनू जिले के बेरी गांव के सपूत, हवलदार मेजर पीरू सिंह, ने 1948 में टिथवाल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा की। रणबांकुरों की धरती शेखावाटी, खासकर झुंझनू, पूरे देश में

18 जुलाई: गोलियां खत्म हुईं, पर हौसला नहीं – संगीन से दुश्मनों को ढेर कर अमर हुए ‘परमवीर पीरू सिंह’ Read More »

Changur Baba: गजवा-ए-हिन्द का ख्वाब, हर घर में हो इस्लामिक झंडा; ऐसी तमन्ना रखने वाले छांगुर उर्फ जलालुद्दीन के मंसूबे कितने खतरनाक?

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में धर्मांतरण के एक बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसका मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा है। यूपी एटीएस ने हाल ही में उसे गिरफ्तार किया, और इसके बाद योगी सरकार ने उसके अवैध साम्राज्य पर बुलडोजर चलाकर उसकी आलीशान कोठी को ध्वस्त कर दिया। अब जांच एजेंसियों की पूछताछ में

Changur Baba: गजवा-ए-हिन्द का ख्वाब, हर घर में हो इस्लामिक झंडा; ऐसी तमन्ना रखने वाले छांगुर उर्फ जलालुद्दीन के मंसूबे कितने खतरनाक? Read More »

Scroll to Top