Bharatpurराजस्थान के भरतपुर में धर्मांतरण को लेकर बड़ा हंगामा खड़ा हो गया। यहां ईसाई मिशनरी के हिंदुओं के धर्मांतरण का आरोप लगाया गया है, जिसकी जांच में पुलिस जुटी है। इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में लिए जाने की भी खबर है।
हिंदू संगठन का आरोप
दरअसल, शुक्रवार (5 जुलाई) को एक मकान में कुछ लोग प्रार्थना करने के लिए आ रहे थे। इस दौरान किसी ने हिंदू संगठन को इसकी जानकारी दे दी। मौके पर हिन्दू संगटन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने लोगों से पूछताछ की, तब मालूम चला कि सभी एससी एसटी वर्ग के हिंदू लोग थे जो यीशु की प्रार्थना कर रहे थे।
हिंदू संगठन के लोगों का आरोप है कि किसी को बीमारी ठीक करने के नाम पर तो किसी को पैसे के लालच में आसपास के इलाकों से इकट्ठा किया गया था। इस दौरान उनका ब्रेनवॉश कर धर्मांतरण कराने की कोशिश की जा रही थी।
मामले को लेकर पुलिस ने क्या बताया?
मामला बढ़ता देख मौके पर पुलिस पहुंची और भरतपुर में जिनके घर पर प्रार्थना हो रही थी। इस दौरान ने कुछ लोगों से सख्ती से पूछताछ की। भरतपुर पुलिस एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि पहले भी इस तरीके के मामले सामने आए हैं, जिसमें हमने कई लोगों को गिरफ्तार किया था। हिंदू संगठनों के आरोपों की हम जांच कर रहे हैं।
पूरे मामले को लेकर क्या बोले विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष?
इस पूरे मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष लखन सिंह ने बताया कि ईसाई मिशनरी द्वारा हिंदुओं का धर्म परिवर्तन किया जा रहा था। कुछ महीने पहले भी ऐसा एक सेंटर पकड़ा था, जिसमें स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया था, मगर अभी तक कोई जांच नहीं हो पाई है। आज सूचना मिली थी कि 50 से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। फिलहाल 28 लोगों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।