इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा एक बार फिर से विवादों में हैं. उन्होंने ऐलान किया है कि वह 21 जुलाई को पांच जोड़ों का इस्लाम में धर्म परिवर्तन करवाने वाले हैं.
मौलाना ने कहा है कि इस काम को करने के लिए जिला प्रशासन से इजाजत मांगी गई है. मौलाना तौकीर रजा के इस ऐलान पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह भड़क उठे हैं. उन्होंने कहा है कि हिंदुओं के सब्र की परीक्षा नहीं ली जाए.
दरअसल, मौलाना तौकीर रजा की गिनती एक विवादित शख्स के तौर पर होती है. उन पर बरेली दंगों का भी आरोप है. मौलाना ने हाल में ऐलान किया कि वह एक साथ पांच जोड़े हिंदू लड़के-लड़कियों का धर्मांतरण करवाने वाले हैं. उनका कहना है कि इन सभी का इस्लामिक रीति-रिवाज के साथ निकाह पढ़वाया जाएगा. तौकीर रजा ने कहा कि 21 जुलाई को धर्म परिवर्तन और निकाह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इसके लिए हमने जिला प्रशासन से इजाजत मांगी है.
‘हमारे पूर्वजों से हुई भूल…’: गिरिराज सिंह
बीजेपी नेता गिरिराज सिंह से जब मौलाना तौकीर रजा के धर्मांतरण के ऐलान को लेकर सवाल हुआ तो वह भड़क गए. मौलाना के बयान पर उन्होंने हिंदुओं के सब्र की परीक्षा लेने की बात तक कह डाली.
गिरिराज सिंह ने कहा, “हिंदुओं के सब्र की परीक्षा नहीं ली जाए. हमारे पूर्वजों से जो भूल हुई थी. अगर आजादी के समय देश के सभी मुसलमानों को पाकिस्तान भेज दिया गया तो आज देश में ऐसी स्थिति नहीं होती.”
मौलाना तौकीर रजा पर उठी एक्शन की मांग
वहीं, जब से मौलाना ने धर्मांतरण का ऐलान किया है, तब से ही उन पर एक्शन की मांग की जा रही है. धर्मगुरु पंडित सुशील कुमार पाठक ने कहा है कि वह बरेली का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं.
अपनी इच्छा से विवाह कर धर्मांतरण करने वाले लड़के-लड़कियों से हमें कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन करवाने का ऐलान करना ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेरी मांग है कि मौलाना के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.