बीजेपी के सांसदों ने कांग्रेस की राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी और निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस दिया है. दोनों नेताओं के खिलाफ बीजेपी की ओर से राष्ट्रपति के अपमान को लेकर ये नोटिस दिया गया है.
बीजेपी के 40 सांसदों ने इस नोटिस का समर्थन किया है. नोटिस में बीजेपी सांसदों ने लिखा, हम सोनिया गांधी के द्वारा हाल ही में कई गईं कुछ असंसदीय, अपमानजनक टिप्पणियों के बारे में बहुत निराशा के साथ यह लिख रहे हैं. सोनिया गांधी की राष्ट्रपति के खिलाफ टिप्पणी पर गंभीरता से विचार करने और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जरूरत है.
राष्ट्रपति के कद और गरिमा को अपमानित किया
बीजेपी के सांसदों ने सोनिया गांधी के बयान का जिक्र करते हुए कहा, हम गहरी चिंता के साथ इस बयान को उजागर करते हैं. यह हमारे देश के सर्वोच्च संवैधानिक प्राधिकार, भारत के राष्ट्रपति के कद और गरिमा को अपमानित करता प्रतीत होता है. ऐसी टिप्पणियां न सिर्फ राष्ट्रपति दफ्तर की गरिमा को कमजोर करती है, बल्कि संसदीय प्रक्रियाओं और परंपराओं की पवित्रता का भी उल्लंघन करती हैं.
यह बताना जरूरी है कि माननीय राष्ट्रपति के खिलाफ सोनिया गांधी को उनके बयान के लिए किसी भी प्रकार से संसदीय विशेषाधिकारों का लाभ नहीं मिल सकता. पत्र में राजा राम पाल बनाम माननीय अध्यक्ष लोकसभा में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी जिक्र किया गया है.
क्या कहा था सोनिया गांधी और पप्पू यादव ने?
दरअसल, राष्ट्रपति के अभिभाषण के तुरंत बाद सोनिया गांधी ने इस पर अपनी टिप्पणी दी थी. उन्होंने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा था, ”पुअर लेडी, वे बहुत थक गई थीं. बेचारी मुश्किल में बोल पा रही थीं.”
उधर, पप्पू यादव ने कहा था कि राष्ट्रपति सिर्फ एक स्टांप हैं, उन्हें सिर्फ लव लेटर पढ़ना है. बीजेपी ने दोनों नेताओं के इन बयानों पर आपत्ति जताई थी.