Blog

उतना पाकिस्तान को भी भरोसा नहीं जितना ट्रंप को… PAK का ‘तेल भंडार’ मुंगेरी लाल के हसीन सपने जैसा क्यों?

पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान के तथाकथित “विशाल तेल भंडार” की खबरें सुर्खियों में हैं। अमेरिका ने हाल ही में पाकिस्तान के साथ एक तेल समझौता (Oil Deal) किया है, जिसमें दोनों देश मिलकर पाकिस्तान के बड़े तेल रिजर्व्स विकसित करने में सहयोग करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि यह साझेदारी […]

उतना पाकिस्तान को भी भरोसा नहीं जितना ट्रंप को… PAK का ‘तेल भंडार’ मुंगेरी लाल के हसीन सपने जैसा क्यों? Read More »

वीर शिवा काशीद: शिवाजी महाराज की जान बचाने के लिए बलिदान देने वाला योद्धा, जब 300 मराठों ने 1 लाख की फौज को रोका

माँ भारती की गोद में जन्मे वीर शिवा काशीद का जीवन मराठा गौरव की मिसाल बना। एक साधारण नाई से योद्धा बने शिवा ने अपने हृदय में हिंदू शौर्य और शिवाजी महाराज के प्रति निष्ठा को संजोया। 1660 के दौर में, जब बीजापुरी सेनाएँ मराठा क्षेत्र पर छाया बन रही थीं, शिवा ने अपने प्राणों

वीर शिवा काशीद: शिवाजी महाराज की जान बचाने के लिए बलिदान देने वाला योद्धा, जब 300 मराठों ने 1 लाख की फौज को रोका Read More »

वीर उधम सिंह: वो क्रांतिकारी जिसने जलियांवाला बाग का बदला लिया और अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी

माँ भारती के वीर सपूत, सरदार उधम सिंह जी को उनके बलिदान दिवस, 31 जुलाई 2025 को विनम्र श्रद्धांजलि! उनका जन्म 26 दिसंबर 1899 को पंजाब के सुनाम गांव में हुआ था। जलियांवाला बाग नरसंहार (13 अप्रैल 1919) ने उनके जीवन को बदल दिया, जहाँ जनरल डायर ने निर्दयता से सैकड़ों बेकसूरों को मारा। अनाथ

वीर उधम सिंह: वो क्रांतिकारी जिसने जलियांवाला बाग का बदला लिया और अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी Read More »

मदन मोहन मालवीय: काशी का गौरव, सनातन शिक्षा के स्तंभ और गौ माता के सच्चे रक्षक

मदन मोहन मालवीय, जिन्हें सम्मान से ‘महामना’ कहा जाता है, हिंदू इतिहास में काशी का गौरव हैं। उनका जन्म 25 दिसंबर 1861 को इलाहाबाद में हुआ, लेकिन उनका जीवन काशी (बनारस) के साथ गहराई से जुड़ा रहा। वे सनातन शिक्षा के स्तंभ बने, जिन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना कर हिंदू संस्कृति और ज्ञान को

मदन मोहन मालवीय: काशी का गौरव, सनातन शिक्षा के स्तंभ और गौ माता के सच्चे रक्षक Read More »

नागभट्ट प्रथम: अरब आक्रमण को पराजित करने वाला गुर्जर योद्धा, जिसे वामपंथी इतिहास ने भुला दिया

नागभट्ट प्रथम, एक ऐसा नाम जो हिंदू इतिहास में वीरता का पर्याय है, लेकिन दुर्भाग्यवश वामपंथी इतिहासकारों की साजिश के कारण अंधेरे में धकेल दिया गया। 8वीं सदी में गुर्जर-प्रतिहार वंश के इस योद्धा ने अरब आक्रमण को पराजित कर हिंदू गौरव की रक्षा की थी। उनका शासन 725 से 740 ईस्वी के आसपास रहा,

नागभट्ट प्रथम: अरब आक्रमण को पराजित करने वाला गुर्जर योद्धा, जिसे वामपंथी इतिहास ने भुला दिया Read More »

कारगिल विजय दिवस: टाइगर हिल पर लहराया तिरंगा, 527 शहीदों की महान गाथा और वंदेमातरम से गूंजा हिमालय

कारगिल विजय दिवस भारतीय इतिहास का वह स्वर्णिम पन्ना है, जो हमारे सैनिकों की अदम्य वीरता और बलिदान की गाथा को समेटे हुए है। 26 जुलाई 1999 का दिन तब इतिहास में दर्ज हो गया, जब भारतीय सेना ने टाइगर हिल की ऊँची चोटी पर तिरंगा लहराया, एक ऐसी जीत जो दुश्मन के छक्के छुड़ा

कारगिल विजय दिवस: टाइगर हिल पर लहराया तिरंगा, 527 शहीदों की महान गाथा और वंदेमातरम से गूंजा हिमालय Read More »

राजा दाहिर: सिंध का रक्षक, आख़िरी कश्मीरी पंडित शासक जिसने इस्लामी आक्रमण को ललकारा और धर्म के लिए बलिदान दिया

राजा दाहिर, सिंध का रक्षक और आख़िरी कश्मीरी पंडित शासक, हिंदू इतिहास में एक वीर योद्धा के रूप में याद किए जाते हैं। 7वीं सदी के अंत में उन्होंने इस्लामी आक्रमण को ललकारा और धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनका शासन 680 से 712 ईस्वी तक चला, जब मुहम्मद बिन

राजा दाहिर: सिंध का रक्षक, आख़िरी कश्मीरी पंडित शासक जिसने इस्लामी आक्रमण को ललकारा और धर्म के लिए बलिदान दिया Read More »

खुमान प्रथम: बप्पा रावल का पराक्रमी वंशज, जिसने मुस्लिम आक्रांताओं से चित्तौड़ की रक्षा की

खुमान प्रथम, बप्पा रावल के पोते थे, जिन्होंने हिंदू इतिहास में गौरवशाली स्थान बनाया। बप्पा रावल ने 8वीं सदी में अरब आक्रांताओं को हराकर चित्तौड़ पर राज स्थापित किया था। उनके वंश में खुमान प्रथम ने इस शौर्य को आगे बढ़ाया और मुस्लिम आक्रांताओं से चित्तौड़ की रक्षा की। उनकी वीरता ने हिंदू अस्मिता को

खुमान प्रथम: बप्पा रावल का पराक्रमी वंशज, जिसने मुस्लिम आक्रांताओं से चित्तौड़ की रक्षा की Read More »

चंद्रशेखर आजाद जयंती 2025: भारत माता का सच्चा सपूत, न झुका न रुका, आजाद ही जिया, आजाद ही शहीद हुआ

भारत के महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सैनानी चंद्रशेखर आजाद की 119वीं जन्म जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि प्रणाम। भारत माता के लिए उन्होंने वीरता से अपने प्राणों की आहूति दे दी थी, जो हिंदू शौर्य की गौरवगाथा है। 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के भाबका नामक स्थान पर जन्मे आजाद के क्रांतिकारी

चंद्रशेखर आजाद जयंती 2025: भारत माता का सच्चा सपूत, न झुका न रुका, आजाद ही जिया, आजाद ही शहीद हुआ Read More »

लोकमान्य तिलक: स्वराज का संकल्पधारी, हिंदू धर्म का रक्षक और गर्म दल क्रांतिकारियों का प्रेरणास्रोत

23 जुलाई 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में जन्मे लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे योद्धा थे, जिन्होंने राजनीति, धर्म, और क्रांति के क्षेत्र में अनुपम योगदान दिया। उन्हें “लोकमान्य” की उपाधि इसलिए मिली, क्योंकि वे जनता के मन में बसे थे और उनके हृदय की आवाज को स्वर दिया। तिलक ने

लोकमान्य तिलक: स्वराज का संकल्पधारी, हिंदू धर्म का रक्षक और गर्म दल क्रांतिकारियों का प्रेरणास्रोत Read More »

Scroll to Top