जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एक बार फिर एबीवीपी और वामपंथी (लेफ्ट विंग) समूहों के सदस्यों में विवाद हुआ है। एबीवीपी ने लेफ्ट विंग स्टूडेंट्स पर भगवान राम पर अभद्र टिप्पणी करने का गंभीर आरोप लगाया है।
दरअसल, एबीवीपी ने वामपंथी स्टूडेंट्स पर भगवान राम पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि वामपंथी ने कहा, ‘एबीवीपी श्रीराम को आराध्य मानती है।’ वहीं इसे लेकर जब विरोध किया गया और माफी मांगने को कहा गया तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया।
अपमानजक टिप्पणी के लिए माफी मांगे वामपंथी- एबीवीपी
वहीं अब एबीवीपी की मांग है कि JNU के लेफ्ट विंग द्वारा भगवान राम के लिए इस्तेमाल किए गए अपमानजक शब्द के लिए माफी मांगे। उनका कहना है कि वो यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कैसे हुई विवाद की शुरुआत?
बताया जा रहा है कि 28 अक्टूबर की रात को यूजीएमबी बैठक के दौरान एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों के बीच झड़प हुई। इस बैठक में ही विवाद की शुरुआत ‘भगवान राम और सावरकर’ पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर हुई थी। वहीं एबीवीपी से जुड़े छात्रों का आरोप है कि लेफ्ट के एक सदस्य ने कहा कि ‘…सावरकर और राम एबीवीपी कार्यकर्ताओं के आदर्श हैं।’