उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला किया है। योगी ने कहा कि जिन लोगों ने कभी अपराधियों के आगे नाक रगड़ी और उन्हें संरक्षित किया, वे अब धर्माचार्यों को माफिया कह रहे हैं। सीएम योगी का यह बयान अखिलेश यादव के हालिया बयान के जवाब में आया है, जिसमें उन्होंने कुछ धार्मिक व्यक्तियों पर गंभीर आरोप लगाए थे।
अखिलेश का बयान और सीएम योगी की प्रतिक्रिया
अखिलेश यादव ने हाल ही में एक सभा के दौरान कहा था कि कुछ लोग धर्म के नाम पर समाज में अस्थिरता पैदा कर रहे हैं और माफियाओं की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने बिना नाम लिए कुछ प्रमुख धर्माचार्यों पर निशाना साधा था, जिसके बाद बीजेपी और विशेष रूप से मुख्यमंत्री योगी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
योगी ने कहा, “जो लोग कभी अपराधियों को खुली छूट देते थे और उनके आगे नतमस्तक होते थे, वे अब धर्म के सेवकों को माफिया कहने की हिम्मत कर रहे हैं। यह केवल राजनीति के निम्न स्तर को दर्शाता है।”
समाजवादी पार्टी पर आरोप
सीएम योगी ने सपा सरकार के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में अपराध और माफियाओं का बोलबाला था। “उस समय प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब थी। माफिया और अपराधी खुलेआम घूमते थे, और सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने में असफल रही थी,” उन्होंने कहा।
धर्माचार्यों का महत्व
योगी आदित्यनाथ ने धर्माचार्यों और संतों की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा, “धर्माचार्य समाज के मार्गदर्शक होते हैं। वे समाज को नैतिकता और सत्य की राह पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्हें माफिया कहना न केवल उनके प्रति अपमानजनक है, बल्कि यह हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों का भी अपमान है।”
अगले चुनाव की तैयारी
अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ के बीच जुबानी जंग आगामी चुनावों से पहले और तेज हो गई है। दोनों नेता एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं और इसका असर जनता के बीच भी देखा जा रहा है। बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच यह राजनीतिक लड़ाई उत्तर प्रदेश की राजनीति को गर्मा रही है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इसका क्या परिणाम होगा।