गिरिराज सिंह फिर गरजे, कहा - संगठित हिंदू सुरक्षित हिंदू, बंटोगे तो कटोगे.. भारत प्रभु श्री राम का है

गिरिराज सिंह फिर गरजे, कहा – संगठित हिंदू सुरक्षित हिंदू, बंटोगे तो कटोगे.. भारत प्रभु श्री राम का है

सोमवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह किशनगंज-अररिया के बॉर्डर चारघरिया पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। किशनगंज पहुंचते ही गिरिराज सिंह बहादुरगंज में नगर पंचायत अंतर्गत स्थित शिव मंदिर में पूजा अर्चना किए। फिर वहां उन्होंने जनता से संवाद भी किया।

इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं इस यात्रा के तहत हिंदुओं को संगठित करने आया हूं। मैं हिन्दू भाइयों को बोलने आया हूं कि बंटोगे तो कटोगे। उन्होंने कहा कि न तो किसी से भी डरना है और न किसी को डराना है। गिरिराज सिंह ने कहा कि बांग्लादेश के विभाजन के वक्त अगर कुल जनसंख्या का बंटवारा हो चुका होता तो आज बांग्लादेशी घुसपैठी नहीं आते। और जो लोग ये कहते है हिंदुस्तान किसी के बाप का नहीं है तो मैं ये कहता हूं कि भारत हमारे बाप का है, प्रभु श्री राम का है।

सोमवार को गौशाला शिव मंदिर में भजन कीर्तन कार्यक्रम में होंगे शामिल

शिव मंदिर में कार्यक्रम की समाप्ति के बाद उनका भोजन कार्यक्रम बहादुरगंज अंतर्गत भाजपा के वरिष्ठ नेता वरुण सिंह के आवास पर हुआ।

इसके बाद मंत्री गिरिराज सिंह बहादुरगंज से रवाना हो गए और किशनगंज के अतिथि गृह में अब विश्राम कर रहे हैं। इसके बाद मंगलवार सुबह किशनगंज नगर अंतर्गत स्थित गौशाला शिव मंदिर में भजन कीर्तन कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां वह एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह नगर में भ्रमण करेंगे।

जानिए क्या है यात्रा का रूट

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की यात्रा के तहत सर्वप्रथम नगर के धर्मगंज मोहल्ला होते हुए धर्मगंज चौक, कैलटेक्स चौक, धर्मशाला रोड, चांदनी चौक, नेमचंद रोड, गांधी चौक, डे मार्केट होते हुए रूईधासा मैदान में समाप्त होगा। इसके बाद नगर में उनका एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसे गिरिराज सिंह संबोधित करेंगे।

कांग्रेस पर जमकर बोले गिरिराज सिंह

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस नेताओं के द्वारा सीमांचल में माहौल बिगाड़ने वाले आरोप पर कहा कि, माहौल बना हुआ कहां है ? मैं आ रहा हूं, लव जिहाद हो ही रहा है, खूब जिहाद हो ही रहा है। यहां पूजा के लिए, विसर्जन के लिए रूट डिसाइड किया जाता है तो फिर भाईचारा कहां है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top