वाराणसी की जिला अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद स्थित व्यासजी तहखाने में पूजा-पाठ का अधिकार हिंदू पक्ष को दे दिया है। यह फैसला अदालत ने हिंदू पक्ष की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुनाया है।
अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि व्यासजी तहखाने में पहले से ही हिंदुओं की पूजा-पाठ की परंपरा चली आ रही है। इसलिए, इस परंपरा को जारी रखा जाना चाहिए। साथ ही, तहखाने में मिला शिवलिंग हिंदू धर्म के लिए महत्वपूर्ण है, और उसकी पूजा-अर्चना जारी रहनी चाहिए।
इस फैसले से हिंदू पक्ष में खुशी की लहर है। उनका कहना है कि यह उनके लिए बड़ी जीत है और इससे हिंदू धर्म की आस्था को बल मिला है। वहीं, व्यासजी तहखाने में पूजा-पाठ का अधिकार मिलने के बाद हिंदू पक्ष ने वहां पूजा शुरू कर दी है। सुबह से ही बड़ी संख्या में हिंदू भक्त वहां पहुंचकर पूजा-पाठ कर रहे हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वेक्षण के बाद हिंदू पक्ष ने वहां शिवलिंग मिलने का दावा किया था। इस दावे के बाद मस्जिद के दोबारा सर्वेक्षण के आदेश दिए गए थे। सर्वेक्षण के बाद एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें शिवलिंग जैसी आकृति दिखाई दे रही थी।
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में यह अब तक का सबसे बड़ा फैसला है। माना जा रहा है कि इसका इस मामले में आगे की सुनवाई को दिशा देने में अहम भूमिका होगी।
हालांकि, यह फैसला अभी अंतिम नहीं है और इस पर विवाद की संभावना बनी हुई है। मुस्लिम पक्ष इस फैसले को चुनौती देने की तैयारी में है। ऐसे में, इस मामले में आगे क्या होगा, यह देखना बाकी है।