हल्द्वानी हिंसा का ताप अब तक कम नहीं हुआ है। हाल ही में सामने आए आंकड़ों के मुताबिक, वनभूलपुरा इलाके में करीब 300 घरों में तालाबंदी हो चुकी है, जिससे संकेत मिलता है कि कई परिवार हिंसा और प्रशासन की सख्त कार्रवाई के डर से पलायन कर चुके हैं।
ताजा अपडेट
- सूत्रों के मुताबिक, कर्फ्यू के बावजूद कई स्थानीय लोगों ने पैदल चलकर या निजी वाहनों से शहर छोड़ दिया है। कुछ लोगों ने तो रात के अंधेरे का फायदा उठाकर गोला बाईपास के रास्ते भाग लिया।
- अनुमान है कि कई परिवार गोलापार और आसपास के इलाकों में शरण लिए हुए हैं।
- प्रशासन लगातार पलायन करने वाले लोगों से वापस लौटने की अपील कर रहा है। साथ ही, हिंसा में शामिल रहे लोगों की तलाश जारी है।
पहले के घटनाक्रम:
- जैसा कि आप जानते हैं, 20 दिसंबर 2023 को हल्द्वानी में रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे।
- पुलिस ने इसके बाद 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था।
- उत्तराखंड सरकार ने मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित किया है।
चिंताएं और आगामी कदम:
- पलायन करने वाले परिवारों की बढ़ती संख्या सामाजिक और आर्थिक रूप से चिंताजनक है। सरकार को इन परिवारों के पुनर्वास पर ध्यान देना होगा।
- हालात को शांत करने और भरोसा बहाल करने के लिए प्रशासन को समुदाय के साथ संवाद बढ़ाना चाहिए।
- न्यायिक जांच को जल्द पूरा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।