उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर निर्माण के बाद अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने अपना नया लक्ष्य निर्धारित किया है. आरएसएस अब संघ धर्मांतरण और लव जिहाद के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रहा है. इसके लिए संघ ने रोडमैप भी तैयार कर लिया है.
आरएसएस के रोडमैप के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में जनजागरण और स्कूल-कॉलेजों की बच्चियों को दुर्गा वाहिनी के माध्यम से काउंसलिंग- आत्मरक्षा संबंधित ट्रेनिंग देना शुरू किया है. इसके जरिये लव जिहाद और धर्मांतरण रोकने की योजना है.
इसके अलावा सेवा बस्तियों में संस्कार शालाओं के जरिए महिलाओं को रोजगार संबंधी प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की गई है. धर्मांतरण रोकने और ऑपरेशन घर वापसी के लिए प्रदेश में ट्राइबल अंचलों के लिए कई जिले चिन्हित किए गए हैं. जहां सुनियोजित ढंग से धर्मांतरण पर लगाम लगाया जाएगा.
यह जिले किए गए हैं चिन्हित
इस कड़ी में विश्व हिंदू परिषद ने ट्राइबल अंचल के श्योपुर, रतलाम, झाबुआ, बड़वानी, आलीराजपुर, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, सीधी, मऊगंज, धार और सिंगरौली जिले को चिन्हित किया है.
विहिप का 60वां स्थापना दिवस
जन्माष्टमी के विशेष मौके पर कल सोमवार (26 अगस्त) को विश्व हिन्दू परिषद का 60वां स्थापना दिवस है. इस साल विहिप ने अपने कामकाज के एजेंडे में ऑपरेशन घर वापसी और लव जिहाद के अलावा सेवा और समरसता जैसे मुद्दों को प्रमुखता से शामिल किया है.
कार्यक्रम का रोडमैप
– विहिप का धर्म प्रसार विभाग भी सक्रिय.
– ट्राइबल अंचल में जन-जागरण.
– सामाजिक कार्यक्रमों को बढ़ावा.
लव जिहाद पर रोडमैप
– विहिप की दुर्गावाहिनी भी सक्रिय.
– मातृशक्ति/स्कूल-कॉलेज की छात्राओं की काउंसलिंग.
– आत्मरक्षा के लिए शारीरिक प्रशिक्षण.
सेवा और समरसता
– नवरात्र में शक्ति पूजन के कार्यक्रम.
– सेवा बस्तियों में संस्कार शालाओं का संचालन.
– युवाओं को रोजगार और आत्मनिर्भर बनाने प्रशिक्षण.