पुणे में शुक्रवार को आजाद समाज पार्टी के नेतृत्व में एक विशाल मोर्चा निकाला गया, जिसमें महंत रामगिरी महाराज की गिरफ्तारी की मांग की गई। यह मोर्चा पुणे जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर पहुंचने पर विवादों में आ गया, जब इसमें शामिल कुछ लोगों ने ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगाए। इस घटना के बाद पुणे पुलिस ने विवादित नारों को लेकर मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं BNS 189, 190, 196, और 223 सहित अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। FIR में 28 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 200-300 अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, यह मोर्चा बिना अनुमति के आयोजित किया गया था, जिससे समुदायों के बीच साम्प्रदायिक तनाव और शत्रुता बढ़ने की आशंका जताई गई है।
इस मोर्चे का नेतृत्व आजाद समाज पार्टी के भीमराव कांबले ने किया था, और इसे ‘सर्वधर्म समभाव महामोर्चा’ का नाम दिया गया था।
बताया जा रहा है कि महंत रामगिरी महाराज ने हाल ही में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए थे, जिसके बाद उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं। पुणे पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और 300 से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।