केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और हंगेरियन-अमेरिकी व्यवसायी जॉर्ज सोरोस के कथित संबंधों को लेकर चिंता जताई। उन्होंने इसे एक “गंभीर मुद्दा” करार दिया और कहा कि इस पर राजनीति करने के बजाय, इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से देखना चाहिए।
भारत विरोधी ताकतों के खिलाफ एकजुटता की अपील
रिजिजू ने कहा कि देश को भारत विरोधी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे को बिना राजनीतिक नजरिए से देखने का आग्रह किया और दावा किया कि सोनिया गांधी और जॉर्ज सोरोस के बीच कथित संबंध गंभीर चिंता का विषय हैं।
भाजपा के आरोप: विदेशी हस्तक्षेप और फंडिंग
भाजपा ने सोनिया गांधी पर आरोप लगाया कि उनके संगठनों के जॉर्ज सोरोस द्वारा वित्तपोषित संस्थाओं से संबंध हैं। भाजपा का कहना है कि ये संगठन कश्मीर को अलग इकाई मानने जैसे विवादास्पद विचारों का समर्थन करते हैं।
इसके साथ ही, भाजपा ने सोनिया गांधी की “फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (FDL-AP)” में सह-अध्यक्ष के रूप में भूमिका को लेकर सवाल उठाए हैं। पार्टी का दावा है कि यह फोरम कश्मीर की आजादी जैसे मुद्दों का समर्थन करता रहा है।
राजीव गांधी फाउंडेशन और विदेशी फंडिंग
भाजपा ने यह भी दावा किया कि राजीव गांधी फाउंडेशन और सोरोस से जुड़े संगठनों के बीच साझेदारी ने देश के घरेलू मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को बढ़ावा दिया है। पार्टी ने इसे भारत की संप्रभुता के लिए खतरनाक बताया।
विपक्ष ने खारिज किए आरोप
कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने इन आरोपों को “बेबुनियाद कल्पनाएँ” बताया और कहा कि भाजपा षड्यंत्र के सिद्धांतों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा भारत की संप्रभुता और एकता के पक्ष में खड़ा है।
समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव ने भाजपा के आरोपों को “राजनीतिक रणनीति” करार देते हुए कहा कि ऐसे झूठे आरोप लगाना भाजपा की पुरानी आदत है।
राजद नेता मनोज झा ने कहा कि सरकार को षड्यंत्र की थ्योरी पर जोर देने के बजाय इन आरोपों की जांच करवानी चाहिए।
OCCRP और अमेरिका का बयान
भाजपा ने जॉर्ज सोरोस के संगठन OCCRP (Organized Crime and Corruption Reporting Project) पर भी आरोप लगाए, यह कहते हुए कि यह भारत को अस्थिर करने के उद्देश्य से काम करता है।
हालांकि, अमेरिकी दूतावास ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी फंडिंग स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करती है, न कि किसी राजनीतिक एजेंडे को।
भाजपा का रुख
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि सोरोस से जुड़े संगठनों ने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए विपक्षी नेताओं के साथ सांठगांठ की है। पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी की अडानी समूह पर की गई आलोचना भी इसी साजिश का हिस्सा है।
इस मुद्दे पर भाजपा और विपक्ष के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है। भाजपा इसे भारत विरोधी ताकतों का षड्यंत्र बता रही है, जबकि विपक्ष इसे झूठे आरोप और राजनीतिक रणनीति के रूप में खारिज कर रहा है।