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16 साल बाद क्या फिर हिंदू राष्ट्र बनेगा नेपाल? जानें कैसा रहा है देश का इतिहास, क्या है मौजूदा स्थिति?

16 साल बाद क्या फिर हिंदू राष्ट्र बनेगा नेपाल? जानें कैसा रहा है देश का इतिहास, क्या है मौजूदा स्थिति?

नेपाल में फिर से हिंदू राष्ट्र की चर्चा: क्या बदल गया है?

नेपाल में एक बार फिर हिंदू राष्ट्र की मांग जोर पकड़ रही है। हालांकि 2008 में धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित होने के बाद यह मुद्दा सुलझा हुआ लगता था, किंतु हालिया घटनाओं और राजनीतिक बदलावों ने इसे दोबारा चर्चा में ला दिया है।

भारतीय राजनीति का असर:

2014 में भारत में भाजपा के सत्ता में आने के बाद हिंदू राष्ट्रवाद के विचारधारा से प्रेरित होकर, नेपाल में भी इसी प्रकार की मांग उठने लगी। इसे और बल तब मिला जब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

दिलचस्प बात यह है कि नेपाली कांग्रेस, जो पहले धर्मनिरपेक्षता का समर्थन करती थी, अब हिंदू राष्ट्र की वकालत कर रही है। कई लोगों का मानना है कि यह कदम पार्टी की अपनी खोती हुई पकड़ को वापस पाने की रणनीति हो सकती है।

इतिहासिक बदलाव और संवैधानिक चुनौतियां:

2008 तक नेपाल दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र था। हालांकि, राजशाही के अंत के बाद हुए संविधानिक बदलावों में इसे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित कर दिया गया। लेकिन, बहुसंख्यक आबादी हिंदू होने के कारण यह मुद्दा समय-समय पर उठता रहा है। समस्या यह है कि संविधान में बदलाव करने के लिए पर्याप्त बहुमत हासिल करना किसी भी पार्टी के लिए आसान नहीं रहा है।

मौजूदा स्थिति और भविष्य की संभावनाएं:

नेपाल में 80% से अधिक आबादी हिंदू है। इसलिए, कांग्रेस का मानना है कि हिंदू राष्ट्र की मांग उठाकर वह बहुसंख्यक मतदाताओं को आकर्षित कर सकती है।

साथ ही, पड़ोसी देश भारत में भाजपा के शासन का भी नेपाल में हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को समर्थन मिल रहा है। इन सब कारकों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि नेपाल में 16 साल बाद फिर से हिंदू राष्ट्र बनने की संभावनाएं पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं।

नेपाल में हिंदू राष्ट्र की मांग को समझने के लिए कई पहलुओं पर विचार करना महत्वपूर्ण है, जिनमें ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, संवैधानिक बाधाएं, राजनीतिक दलों के रुख और क्षेत्रीय प्रभाव शामिल हैं। भविष्य में क्या होगा, यह तय तो समय ही बताएगा, लेकिन यह मुद्दा आने वाले दिनों में नेपाल की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकता है।

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