भारत-नेपाल सीमा पर खतरा! 2500 जिहादी तैयार कर रहा पाकिस्तान, गोपनीय तरीके से UP के मदरसों में भी आने की आशंका

भारत-नेपाल सीमा पर खतरा! 2500 जिहादी तैयार कर रहा पाकिस्तान, गोपनीय तरीके से UP के मदरसों में भी आने की आशंका

बहराइच के रुपईडीहा से सटे नेपालगंज (नेपाल) में पाकिस्तानी मौलानाओं की सरपरस्ती में लगभग 2500 जिहादी तैयार किए जा रहे हैं। ये जिहादी समूह नेपाल के मुस्लिम युवाओं को भारत के खिलाफ उकसाने का काम कर रहे हैं। इस गतिविधि को सुरक्षा विशेषज्ञ भविष्य के लिए एक गंभीर खतरा मान रहे हैं। अभिसूचना विभाग की विशेष शाखा द्वारा पुलिस मुख्यालय को इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट भेजी गई है, जिसमें नेपालगंज में चल रही इस साजिश के बारे में चेतावनी दी गई है।

नेपालगंज: आतंकी गतिविधियों का नया अड्डा

नेपालगंज, नेपाल की सीमा पर स्थित एक प्रमुख शहर है, जो भारतीय सीमा से मात्र छह किलोमीटर की दूरी पर है। इस शहर का भौगोलिक महत्व हमेशा से विवादों के केंद्र में रहा है, लेकिन हाल ही में यहां की गतिविधियां भारत की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन गई हैं। नेपाल के मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेला जा रहा है और उन्हें भारत के खिलाफ भड़काया जा रहा है।

पाकिस्तानी मौलानाओं की भूमिका को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। ये मौलाना नेपालगंज में जिहादी प्रशिक्षण दे रहे हैं और युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेलने का प्रयास कर रहे हैं।

भविष्य में बड़ा खतरा

खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, नेपालगंज में जो प्रशिक्षण केंद्र बनाए गए हैं, वे युवाओं को भारत के खिलाफ हथियार उठाने और हिंसा फैलाने के लिए उकसा रहे हैं। इस तरह की गतिविधियां भारत के लिए भविष्य में एक बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं, खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे सीमावर्ती राज्यों के लिए।

इस साजिश को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसियों में चिंता बढ़ गई है। 5 सितंबर 2024 को शासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके बाद से सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इस चुनौती से निपटने के लिए योजनाएं तैयार की जा रही हैं।

सीमा सुरक्षा की चुनौती

भारतीय सीमाओं पर सुरक्षा पहले से ही एक बड़ी चुनौती रही है, लेकिन अब नेपाल की सीमा पर बढ़ती जिहादी गतिविधियां एक नई समस्या के रूप में उभर रही हैं। नेपाल और भारत के बीच खुली सीमा के चलते यहां से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देना आसान हो सकता है। नेपालगंज से भारत के सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ की संभावना बढ़ जाती है, जिससे भारत के कई राज्यों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।

पाकिस्तानी मौलानाओं की साजिश

पाकिस्तानी मौलानाओं द्वारा नेपाल में इस प्रकार की गतिविधियां संचालित करना यह दर्शाता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और जिहादी संगठनों का नेटवर्क सीमाओं के पार भी फैल चुका है। भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ने के लिए ये लोग नेपाल के मुस्लिम युवाओं को धार्मिक उन्माद में फंसाकर कट्टरपंथी विचारधारा की ओर ले जा रहे हैं।

इस मामले में, पाकिस्तानी मौलानाओं की भूमिका पर कई सवाल उठ रहे हैं। उनकी सरपरस्ती में युवाओं को भारत के खिलाफ हिंसक गतिविधियों के लिए उकसाया जा रहा है। इससे यह साफ है कि भारत की सीमा के करीब नेपाल के कई हिस्सों में आतंकी संगठनों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है।

सरकार की प्रतिक्रिया

भारत सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए गए हैं कि नेपालगंज में हो रही इन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए और सीमा पर सुरक्षा को और मजबूत किया जाए। भारतीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले पर काम कर रही हैं और नेपाल सरकार से भी सहयोग की उम्मीद कर रही हैं।

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