दिल्ली हाईकोर्ट ने Congress नेताओं रागिनी नायक, जयराम रमेश और पवन खेड़ा द्वारा किए गए ट्वीट हटाने का आदेश दिया। उक्त ट्वीट में आरोप लगाया गया कि सीनियर जर्नालिस्ट रजत शर्मा ने चुनाव परिणाम वाले दिन एक शो के दौरान अपशब्दों का इस्तेमाल किया।
दिल्ली HC ने कांग्रेस नेताओं से पत्रकार रजत शर्मा पर लाइव टीवी पर अपशब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाने वाले ट्वीट हटाने को कहा शुक्रवार को कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ शर्मा की याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाने से रोकने की मांग की थी कि उन्होंने एक टेलीविजन बहस कार्यक्रम के दौरान अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
वहीं अब कांग्रेस के कम्युनिकेशन विभाग के सेक्रेटरी इंचार्ज जयराम रमेश, मीडिया एवं पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन पवन खेड़ा और पार्टी के विदेश मामलों की संयोजक रागिनी नायक को अब रजत शर्मा के खिलाफ किए गए ट्वीट्स हटाने पड़ेंगे। जस्टिस नीना बंसल कृष्णा ने इसके लिए तीनों नेताओं को एक सप्ताह का समय दिया है। Google को आदेश दिया गया है कि जो वीडियो सार्वजनिक हो चुके हैं उन्हें प्राइवेट किया जाए, बिना न्यायिक आदेश के उन्हें सार्वजनिक न किया जाए।
एक्स पर कई कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा चुनाव परिणामों की मतगणना के दिन इंडिया टीवी पर एक चर्चा का वीडियो क्लिप पोस्ट किया था, जिसमें दावा किया गया था कि शर्मा ने कांग्रेस प्रवक्ता नायक के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
नायक ने 10 जून को एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया और दावा किया कि वीडियो में शर्मा को उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है। इसके बाद उन्होंने शर्मा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। 11 जून को शर्मा ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के मीडिया सेल ने उनके खिलाफ़ झूठा अभियान चलाया है, जिसमें उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है, जिसे उन्होंने एक साज़िश बताया। उन्होंने कहा कि इंडिया टीवी ने कांग्रेस संचार विभाग को चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि झूठी सूचना का लगातार प्रसार मानहानि माना जाएगा।