प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकाल में दो बड़े फैसले लिए गए – राम मंदिर का निर्माण और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना। दोनों ही फैसले भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में शामिल थे और इन पर लंबे समय से बहस होती रही है।
राम मंदिर:
9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का आदेश दिया। इसके बाद 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया। मंदिर का निर्माण 2024 में पूरा होने की उम्मीद है।
अनुच्छेद 370:
5 अगस्त 2019 को भाजपा सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को हटा दिया। इन अनुच्छेदों के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्राप्त था। अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख – में विभाजित कर दिया गया।
मोदी सरकार के कार्यकाल का मास्टर स्ट्रोक: राम मंदिर या अनुच्छेद 370?
हाल ही में इंडिया टुडे द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में लोगों से पूछा गया कि उन्हें मोदी सरकार के कार्यकाल का कौन सा फैसला सबसे अच्छा लगता है। 42% लोगों ने कहा कि उन्हें राम मंदिर का निर्माण सबसे अच्छा फैसला लगता है, जबकि 38% लोगों ने कहा कि उन्हें अनुच्छेद 370 को हटाना सबसे अच्छा फैसला लगता है।
राम मंदिर:
- 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का आदेश दिया।
- 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया।
- मंदिर का निर्माण 2024 में पूरा होने की उम्मीद है।
अनुच्छेद 370:
- 5 अगस्त 2019 को भाजपा सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को हटा दिया।
- इन अनुच्छेदों के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्राप्त था।
- अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख – में विभाजित कर दिया गया।
सर्वेक्षण के अन्य निष्कर्ष:
- 20% लोगों ने कहा कि उन्हें मोदी सरकार का आर्थिक प्रदर्शन सबसे अच्छा लगता है।
- 10% लोगों ने कहा कि उन्हें मोदी सरकार की विदेश नीति सबसे अच्छी लगती है।
विश्लेषण:
यह सर्वेक्षण दर्शाता है कि राम मंदिर और अनुच्छेद 370 दोनों ही भाजपा के लिए महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। इन मुद्दों पर भाजपा को जनता का समर्थन प्राप्त है।