Ram Navami Celebrations: देशभर में आज यानी 17 अप्रैल को राम नवमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिंदू धर्म में राम नवमी के दिन को बहुत शुभ माना गया है. इस दिन को भगवान श्री राम जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस दिन घर व मंदिरों में कई मांगलिक कार्यक्रम किए जाते हैं.
इसी के चलते सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है. खासतौर पर अयोध्या में रामलला का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं, क्योंकि आज भगवान श्रीराम के माथे पर स्वयं सूर्यदेव तिलक करने वाले हैं.
सूर्य तिलक परियोजना
अयोध्या में भगवान श्री रामलला के ‘सूर्य तिलक’ के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बुधवार को रामनवमी के दिन दोपहर के समय सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर पड़ेंगी और दर्पण व लेंस से जुड़े एक विस्तृत तंत्र द्वारा उनका ‘सूर्य तिलक’ संभव हो सकेगा.
अयोध्या में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नए मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी होगी. इस प्रणाली का परीक्षण वैज्ञानिकों ने मंगलवार को किया. इसे ‘सूर्य तिलक परियोजना’ का नाम दिया गया है.
दोपहर के समय होगा सूर्य तिलक
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-सीबीआरआई रुड़की के वैज्ञानिक डॉ एस के पाणिग्रही ने बताया कि ‘सूर्य तिलक परियोजना का मूल उद्देश्य रामनवमी के दिन श्री राम की मूर्ति के मस्तक पर एक तिलक लगाना है. परियोजना के तहत, श्री रामनवमी के दिन दोपहर के समय भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी लाई जाएगी.
सूर्य तिलक परियोजना के तहत हर साल चैत्र माह में श्री रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी से तिलक किया जाएगा और हर साल इस दिन आकाश पर सूर्य की स्थिति बदलती है. विस्तृत गणना से पता चलता है कि श्री रामनवमी की तिथि हर 19 साल में दोहरायी जाती है.’
साढ़े तीन मिनट का शुभ मुहूर्त
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई), रुड़की के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार, नियोजित तिलक का आकार 58 मिमी है. रामलला के मस्तक के केंद्र पर तिलक लगाने की सही अवधि लगभग तीन से साढ़े तीन मिनट है, जिसमें दो मिनट पूर्ण रोशनी होती है.
इस बीच, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा, ‘सूर्य तिलक के दौरान, भक्तों को राम मंदिर के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी. इसके लिए मंदिर ट्रस्ट द्वारा लगभग 100 एलईडी और सरकार द्वारा 50 एलईडी लगाई जा रही हैं, जो रामनवमी समारोह को दिखाएगा, लोग जहां मौजूद हैं वहां से उत्सव देख सकेंगे.