राम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन के लगभग चार साल बाद, अब संतों ने मथुरा और काशी में मंदिर निर्माण की मांग को लेकर आवाज बुलंद कर दी है। कई संतों ने कहा है कि राम मंदिर बन गया है, अब मथुरा और काशी में भी भव्य मंदिरों का निर्माण होना चाहिए।
संतों का आरोप, मंदिरों को तोड़ा गया
संतों का आरोप है कि मथुरा और काशी में हिंदू मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गई थीं। उन्होंने कहा कि ये मंदिर हिंदुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और इनका पुनर्निर्माण होना चाहिए।
बातचीत से बात नहीं बनी तो उग्र आंदोलन होगा
संतों ने कहा कि वे पहले तो मथुरा और काशी में मंदिर निर्माण के लिए शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत करेंगे। लेकिन अगर बातचीत से बात नहीं बनी तो वे उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
विश्व हिंदू परिषद का समर्थन
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने भी मथुरा और काशी में मंदिर निर्माण की मांग का समर्थन किया है। विहिप ने कहा है कि ये मंदिर हिंदुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और इनका पुनर्निर्माण होना चाहिए।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
मथुरा और काशी में मंदिर निर्माण की मांग को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि यह मुद्दा न्यायालय में है और न्यायालय के फैसले का सम्मान किया जाएगा। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कहा है कि यह मुद्दा धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है और इसे शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए।
क्या है विवाद
मथुरा और काशी में मंदिर निर्माण को लेकर विवाद कई सालों से चल रहा है। मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि और काशी में ज्ञानवापी मस्जिद के पास मंदिर निर्माण की मांग हिंदू संगठनों की तरफ से की जाती रही है।
क्या होगा आगे
यह देखना होगा कि मथुरा और काशी में मंदिर निर्माण को लेकर आगे क्या होता है। क्या संतों की मांग पूरी होगी या फिर यह मुद्दा विवाद का विषय बना रहेगा।
इस मुद्दे पर कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- मथुरा और काशी में मंदिर निर्माण की मांग कई सालों से चल रही है।
- संतों का कहना है कि ये मंदिर हिंदुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और इनका पुनर्निर्माण होना चाहिए।
- विहिप ने भी मथुरा और काशी में मंदिर निर्माण की मांग का समर्थन किया है।
- भाजपा ने कहा है कि यह मुद्दा न्यायालय में है और न्यायालय के फैसले का सम्मान किया जाएगा।
- सपा और बसपा ने कहा है कि यह मुद्दा धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है और इसे शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए।