भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नए गवर्नर के रूप में संजय मल्होत्रा का चयन किया गया है। वे 11 दिसंबर को अपना कार्यभार संभालेंगे और वर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास का स्थान लेंगे। यह बदलाव भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा।
संजय मल्होत्रा का परिचय
संजय मल्होत्रा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 1990 बैच के अधिकारी हैं। वे राजस्थान कैडर से आते हैं और सरकारी नीतियों और वित्तीय प्रबंधन में लंबा अनुभव रखते हैं। संजय मल्होत्रा वर्तमान में वित्त मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्यरत हैं, जहां उन्होंने कई महत्वपूर्ण नीतियों का निर्माण और कार्यान्वयन किया है।
शक्तिकांत दास की भूमिका
शक्तिकांत दास ने पिछले 6 वर्षों में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल में नोटबंदी के बाद की चुनौतियों से निपटना, कोविड-19 महामारी के दौरान आर्थिक स्थिरता बनाए रखना और डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना शामिल था। उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता और समझदारी से भारतीय बैंकिंग प्रणाली को मजबूती प्रदान की।
संजय मल्होत्रा की नियुक्ति क्यों महत्वपूर्ण है?
आर्थिक सुधारों में अनुभव:
संजय मल्होत्रा का प्रशासनिक अनुभव और वित्तीय मामलों में गहन ज्ञान उन्हें इस भूमिका के लिए उपयुक्त बनाता है। उन्होंने वित्तीय समावेशन, क्रेडिट पॉलिसी, और मुद्रास्फीति नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में योगदान दिया है।
बढ़ती चुनौतियों से निपटने की क्षमता:
भारत को वर्तमान समय में महंगाई, रुपये की स्थिरता, और डिजिटल करेंसी के कार्यान्वयन जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। संजय मल्होत्रा का अनुभव इन समस्याओं के समाधान में सहायक होगा।
RBI के लिए प्राथमिकताएँ
संजय मल्होत्रा के सामने कई महत्वपूर्ण कार्य होंगे, जिनमें प्रमुख हैं:
- मुद्रास्फीति पर नियंत्रण: महंगाई को स्थिर स्तर पर बनाए रखना।
- डिजिटल करेंसी: डिजिटल रुपया के कार्यान्वयन को सफल बनाना।
- बैंकिंग सुधार: बैंकों की कार्यक्षमता बढ़ाने और NPAs (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों) को नियंत्रित करना।
- आर्थिक विकास को प्रोत्साहन: भारतीय अर्थव्यवस्था को तेज़ी से विकास के पथ पर बनाए रखना।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
संजय मल्होत्रा की नियुक्ति से भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिल सकती है। उनके अनुभव और नीतिगत निर्णयों से बैंकिंग क्षेत्र में सुधार, निवेशकों का विश्वास और आम जनता की वित्तीय समृद्धि सुनिश्चित हो सकती है।
संजय मल्होत्रा की RBI के गवर्नर पद पर नियुक्ति भारत के आर्थिक परिदृश्य के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है। उनके अनुभव और नेतृत्व से भारतीय रिजर्व बैंक को नई दिशा मिलेगी। 11 दिसंबर को जब वे पदभार संभालेंगे, तो उनके फैसले भारतीय वित्तीय प्रणाली को नई ऊंचाई पर ले जाने में सहायक होंगे।