द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने हिन्दुओं से आह्वान किया है कि आपस में लडने के बजाए इस्लामी व ईसाई षड्यंत्रों के खिलाफ लडें। शंकराचार्य ने 15 मई को रिलीज होने वाली महाराजा पिफल्म में देवी-देवताओं के अपमानजनक चित्रण पर भी नाराजगी जताई है।
हिन्दू समाज के सामने हैं कई चुनौतियां- शंकराचार्य
सनातन धर्म की रक्षा के लिए राजकोट में आयोजित संत संगोष्ठी में शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा कि हिन्दू समाज के सामने धर्मांतरण, लव जिहाद तथा विधर्मियों के षड्यंत्र सबसे बड़ी चुनौती है।
समाज के लोगों को आपस में लडने के बजाए धर्म की रक्षा के लिए, इस्लामी व ईसाई धर्मावलंबियों की ओर से मानव सेवा के नाम पर हिन्दुओं के खिलाफ की जा रही साजिशों से सावधान रहना चाहिए।
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने की सनातन धर्म मानने वालों से ये अपील
शंकराचार्य ने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद के एक कार्यकर्ता की ओर से भेजे गये पत्र में बताया गया कि आगामी 15 मई को रिलीज होने वाली बॉलीवुड की पिफल्म महाराजा में भगवान द्वारिकाधीश व श्रीनाथ जी के पेंडुलम बनाकर अपमानित तरीके से प्रदर्शित किया गया है। सनातन धर्म के मानने वालों को अपने देवी व देवताओं के अपमान को सहन नहीं करना चाहिए।