देशभर में आज जन्माष्टमी की धूम है और इसे लेकर सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। खास तौर पर मथुरा और वृंदावन में भव्य समारोह की तैयारियां हैं और यहां का नजारा देखते ही बनता है। जन्माष्टमी को लेकर श्रद्धालुओं का सुबह से मंदिरों में जाना शुरू हो गया है।
यूपी से लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात सहित कई राज्यों में बड़े पैमाने पर जन्माष्टमी मनाने की तैयारी है। मथुरा और वृंदावन में खास तैयारी की गई है और यहां भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है। भक्त श्रीकृष्ण की भक्ति में भाव विह्लल हो रहे हैं और भारी संख्या में यहां पहुंचे हैं। इसके अलावा कई अन्य राज्यों में भी समारोह धूमधाम से मनाया जा रहा है।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान क्षेत्र रंगीन रोशनी से जगमगा रहा है और यह रास लीला देखने या मंदिरों में पूजा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मथुरा में न केवल मंदिर बल्कि प्रमुख चौराहे भी रंगीन रोशनी से जगमगा रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के ट्रस्टी गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने कहा कि जैसे ही श्रद्धालु पवित्र शहर में प्रवेश करेंगे, उन्हें जन्माष्टमी के उत्सव का एहसास होगा।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर अहमदाबाद के इस्कॉन मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भक्त श्री कृष्ण के दर्शन करके भाव-विभोर हो रहे हैं।
मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी के भव्य समारोह की तैयारियां
भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी के भव्य समारोह की तैयारियां रविवार को जोरों पर रहीं। मंदिरों को सजाया गया है और भक्तों के लिए व्यवस्था की गई है।
श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया, वैदिक मंत्रोच्चार और शंख और ढोल की नाद के बीच, राधा-कृष्ण और अन्य देवताओं की पोशाक पहने पुजारियों की एक शोभायात्रा सोमवार को निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि इन पोशाकों को विभिन्न मंदिरों में रखा जाएगा और सोमवार की सुबह इनका उपयोग किया जाएगा। शर्मा ने कहा कि गर्भगृह मंदिर को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिसे ‘कंस के कारागार’ के रूप में बदला जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि अतीत में जुलूसों के दौरान लाउडस्पीकर के उपयोग, विशेष रूप से जब वे अन्य समुदायों के धार्मिक स्थलों से गुजरते हैं तब विवाद उत्पन्न होते हैं।
आदित्यनाथ ने अधिकारियों को किसी भी अप्रिय घटना या संघर्ष से बचने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने और स्थिति से संवेदनशीलता से निपटने के निर्देश दिए। इससे पहले श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने घोषणा की कि कृष्ण जन्मस्थान मंदिर 26 अगस्त को 20 घंटे के लिए खुला रहेगा जिससे भक्त निर्बाध दर्शन कर सकेंगे। मंदिर आमतौर पर 12 घंटे के लिए खुला रहता है।
सुबह 5.30 बजे हुई ‘मंगल आरती’
संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि मंदिर में उत्सव सुबह 5.30 बजे ‘मंगल आरती’ और ‘पंचामृत अभिषेक’ तथा देवता की ‘पुष्पांजलि’ के साथ शुरू हुआ। संत नृत्य गोपाल दास की अगुवाई में मध्य रात्रि का ‘महा अभिषेक’ समारोह रात 11 बजे शुरू होगा और रात 12.40 बजे तक चलेगा, जिसका समापन भोर दो बजे ‘शयन आरती’ के साथ होगा।
उन्होंने बताया कि इस दिन दो प्रमुख जुलूस और एक आध्यात्मिक शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी जो शहर के प्रमुख बाजारों से गुजरेगी। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा के मुख्य अधिशासी अधिकारी एसबी सिंह ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से आए प्रसिद्ध कलाकारों का जुलूस आज ‘जन्मस्थान’ से शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि यह मथुरा के विभिन्न हिस्सों से गुजरा।