दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयं सेवन संघ (आरएसएस) का नया भवन ‘केशवकुंज’ बनकर तैयार हो गया है। जहां आरएसएस ने अपने कार्यालय को दिल्ली के पुराने पते पर वापस शिफ्ट कर लिया है। इस पुनर्निर्माण परियोजना में 3.75 एकड़ क्षेत्र में तीन 13 मंजिला इमारत बनाए गए हैं, जिसमें लगभग 300 कमरे और कार्यालय होंगे। इन इमारतों का नाम साधना, प्रेरणा और अर्चना रखा गया है।
150 करोड़ रुपये की लागत
सूत्रों की माने तो इस भव्य भवन ‘केशवकुंज’ की लागत लगभग 150 करोड़ रुपये आई है। ये लागत हिंदुत्व विचारधारा से जुड़ी 75,000 से ज्यादा लोगों के योगदान से जुटाई गई। बता दें कि यह परियोजना आठ साल से अधिक समय से चल रही थी, जिसमें कोविड-19 महामारी के कारण काफी देरी हुई।
ऐसे होगा कार्यक्रम शुरू
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबोले 19 फरवरी को इस नए कार्यालय में काम शुरू करेंगे। वे दिल्ली में होने वाले “कार्यकर्ता सम्मेलन” में भी हिस्सा लेंगे। इसके बाद, आरएसएस 21 से 23 मार्च तक बेंगलुरू में अपनी वार्षिक ‘अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा’ का आयोजन करेगा, जो संगठन का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है।
अनूप दवे ने किया है डिजाइन
देखा जाए तो नई इमारत पहले की दो मंजिला इमारत से काफी अलग है। इसमें आधुनिक तकनीक और पारंपरिक वास्तुकला का संयोजन किया गया है, जिससे यह हवादार और सूर्य की रोशनी से भरपूर है। इसे गुजरात के वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है। इसमें तीन टावर हैं, जिनका नाम साधना, प्रेरणा और अर्चना रखा गया है।
कार्यालय के परिसर में क्या-क्या..
नई इमारत में एक बड़ा सभागार भी है, जिसका नाम राम मंदिर आंदोलन से जुड़े विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक सिंघल के नाम पर रखा गया है। इसके अलावा, इस परिसर में पुस्तकालय, स्वास्थ्य क्लिनिक और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसी सुविधाएं भी हैं। यहां सौर ऊर्जा का उपयोग भी किया जा रहा है। इसके साथ ही आरएसएस से जुड़ी साप्ताहिक पत्रिकाओं पंचजन्य और ऑर्गनाइजर के अलावा, सुरुछि प्रकाशन, का कार्यालय भी इस परिसर में होगा।