बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड के मामले में दो आरोपी अभी पाकिस्तान के कराची में खुले घूम रहे है। अंतरराष्ट्रीय स्तर का मामला होने से इन आरोपियों की अभी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। उन्हें भारत लाने के लिए एनआइए ने केंद्र सरकार से सिफारिश की है।
अब तक गिरफ्तार मुख्य आरोपियों सहित 9 जनों के अभी अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में है। एनआईए की विशेष कोर्ट में गवाहों के अभी बयान चल रहे है। इधर, परिजनों को न्याय का इंतजार है। हत्याकांड के बाद अभी भी आरोपियों का चेहरा लोगों के दिलो दिमाग पर हावी है।
गौरतलब है कि मालदास स्ट्रीट भूत महल मार्ग पर ठीक दो साल पहले 28 जून 2022 को दो आरोपियों ने कन्हैयालाल की गला रेतकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड का वीडियो वायरल होने के बाद पूरा देश सहम गया था। इस घटनाक्रम के बाद केन्द्र ने एनआइए टीम को जांच सौंपी गई थी। टीम ने जांच के बाद मामले में कुल 11 आरोपी बनाए जिनमें 9 की गिरफ्तारी हुई 2 आरोपी अभी बाकी है।
अब आगे क्या?
कन्हैया के बेटों के बयान के लिए गुरुवार को सीआई हनुमंतसिंह सहित चार जनों के बयान होने थे, लेकिन अभियोजन पक्ष की ओर से कुछ दस्तावेज मांगने के कारण बयान नहीं हो पाए। सरकारी अधिवक्ता का कहना है कि मामले में कन्हैयालाल के पुत्र के बयान हो चुके हैं। आगामी 6 जुलाई को इन बयानों पर तर्क वितर्क होना है। कोर्ट के आदेशानुसार आगे बयान निरंतर करवाए जाएंगे।
ये आरोपी बंद है अजमेर जेल में
रियाज अतारी, मोहम्मद गौस, मोहसीन खां,आसिफ हुसैन, मोहम्मद मोहसीन, वसीम अली, फाहद मोहम्मद शेख, मोहम्मद जावेद, मुस्लिम खां
इन धाराओं में हुआ था चालान पेश
28 जून 2022 को कन्हैयालाल की हुई थी नृशंस हत्या
29 जून को गृह मंत्रालय ने प्रकरण की जांच एनआईए को सौंपी
30 जून 2022 को एनआईए कोर्ट जयपुर की ओर से उदयपुर से प्रकरण व पत्रावली जयपुर हस्तांतरित करने के लिए लिखा गया।
22 दिसम्बर 2022 को एनआइए द्वारा विशेष न्यायालय में 11 अभियुक्तगण के खिलाफ भादस की धारा 120 बी,449,302,307,153 (ए) व 295, यूपीए की धारा 16,18 व 20 तथा आम्र्स एक्ट की धारा 4/25 (1बी) के तहत आरोप पत्र प्रस्तुत किया।