Lok Sabha Election Opinion Poll 2024: उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने आगामी लोकसभा चुनाव में किसी भी गठबंधन के साथ नहीं जाने का फैसला किया है। उन्होंने सोमवार को लखनऊ में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। मायावती के इस फैसले से राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है।
कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सीधा फायदा मिलेगा। उनका कहना है कि मायावती के वोट बैंक में दलित और पिछड़े वर्गों के लोग शामिल हैं। अगर मायावती किसी गठबंधन में शामिल होती हैं, तो उनके वोट बैंक का फायदा गठबंधन को मिल सकता था। लेकिन अब जब मायावती अकेले चुनाव लड़ रही हैं, तो उनके वोट बैंक का नुकसान BJP को होगा।
इस बात का समर्थन करते हुए एक हालिया सर्वेक्षण में पाया गया कि 54% लोग मानते हैं कि मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से BJP को फायदा होगा। वहीं, 30% लोगों का मानना है कि इससे मायावती को फायदा होगा। 16% लोग किसी को फायदा नहीं होने की बात कहते हैं, जबकि 10% लोगों को इस सवाल का जवाब नहीं पता है।
सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि 22% लोग मानते हैं कि मायावती ने अखिलेश यादव के साथ गठबंधन न करने का फैसला इसलिए लिया है क्योंकि वह अपने वोट बैंक को बचाना चाहती हैं। वहीं, 32% लोग मानते हैं कि उन्होंने अपने वोट बैंक को बचाने के लिए ही ऐसा किया है। 17% लोग पिछले चुनावों से सबक लेने के लिए मायावती का ऐसा फैसला बताते हैं, वहीं 16% लोग ‘INDIA’ गठबंधन ने मायावती को महत्व नहीं दिया इसलिए ऐसा हुआ है।
मायावती के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले से लोकसभा चुनाव में क्या असर पड़ेगा, यह अभी कहना मुश्किल है। लेकिन यह स्पष्ट है कि यह फैसला राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा करने वाला है।