उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ 2025 और इससे जुड़ी आलोचनाओं पर जोरदार जवाब दिया। उन्होंने बताया कि अब तक 56 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। उन्होंने विपक्ष द्वारा सनातन धर्म, गंगा, भारत की आस्था और महाकुंभ के खिलाफ फैलाए जा रहे झूठे प्रचार की निंदा की और कहा कि झूठे वीडियो और अफवाहें 56 करोड़ श्रद्धालुओं की आस्था का अपमान हैं।
महाकुंभ समाज का आयोजन, सरकार सेवक की भूमिका में – योगी
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि महाकुंभ किसी पार्टी विशेष का नहीं बल्कि पूरे समाज का आयोजन है और सरकार सिर्फ़ एक सेवक की भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि जनता ने इन अफवाहों और दुष्प्रचार को नज़रअंदाज़ कर महाकुंभ को सफल बनाया है।
29 जनवरी को हुई भगदड़ की घटना पर उन्होंने दुख जताया और कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने सोनभद्र और अलीगढ़ में सड़क हादसों में जान गंवाने वालों के प्रति भी संवेदना प्रकट की, लेकिन इस पर राजनीति करने वालों पर सवाल उठाए।
अफवाह फैलाने वालों को योगी का जवाब
योगी ने समाजवादी पार्टी के नेता मनोज पांडेय का धन्यवाद किया, जिन्होंने यह बताया कि काहिरा और नेपाल के वीडियो को कुंभ का बताकर गलत प्रचार किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि कुछ लोग सनातन धर्म, मां गंगा और भारत की आस्था के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने एक कविता के माध्यम से विपक्ष पर हमला बोला:
“लगाके आग बहारों की बात करते हैं,
जिन्होंने रात में चुन-चुनकर बस्तियों को लूटा,
वही नसीबों के मारों की बात करते हैं”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आस्था का सम्मान किया जाना चाहिए और आयोजन को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए।
महाकुंभ के खिलाफ समाजवादी पार्टी का रवैया
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पहले दिन से ही महाकुंभ का विरोध कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महाकुंभ पर सवाल उठाते हुए कहा था कि “इतना पैसा और इतना विस्तार देने की आवश्यकता क्या है?”
योगी ने कहा कि सपा को संगम के किले और अक्षयवट का नाम तक नहीं पता, जिससे उनकी सनातन पर कमजोर पकड़ और अल्पज्ञान उजागर होता है।
विपक्षी नेताओं के विवादित बयान
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि राजद प्रमुख लालू यादव ने महाकुंभ को फालतू बताया, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भगदड़ में हजारों मौतों की झूठी अफवाह उड़ाई और सपा नेत्री जया बच्चन ने कुंभ की व्यवस्थाओं को सिर्फ़ VIP लोगों के लिए बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी नेताओं द्वारा इस प्रकार के गैर-जिम्मेदाराना बयान महाकुंभ जैसे सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के प्रति दुर्भावनापूर्ण मानसिकता दर्शाते हैं।
उन्होंने साफ कहा कि “सनातन के आयोजन से जुड़ना क्या अपराध है? अगर यह अपराध है, तो हमारी सरकार इसे बार-बार करेगी।”
मोहम्मद शमी का उदाहरण देते हुए योगी का कटाक्ष
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने भी प्रयागराज महाकुंभ में स्नान किया। उन्होंने कहा, “आस्था के साथ जो आया, उसका स्वागत किया गया। लेकिन जो चिढ़ाने आया, उसे दुत्कार कर भगा दिया गया। संक्रमित व्यक्ति का इलाज संभव है, लेकिन संक्रमित सोच का नहीं।”
उन्होंने कहा कि वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज में लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं, जिससे उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक और आर्थिक समृद्धि बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि “यह हिंदुस्तान है, सनातन का देश है, यहां कोई भूखा नहीं रहता।”
शिवपाल यादव पर तंज
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव अगर पुण्य कमाने जाते, तो अपने चच्चू (शिवपाल) को भी ले जाते। 2013 में तो मान सकते थे, लेकिन 2025 में तो पुण्य का भागीदार बना देते।”
योगी का साफ संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों से कुछ भी हासिल नहीं होगा। उन्होंने साफ किया कि जनता ने दुष्प्रचार को नकार कर इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाया है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और भारत की आस्था पर हमला करने वालों को जनता खुद जवाब देगी।