राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के गुजरात पहुंचने से एक दिन पहले कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। पोरबंदर से विधायक, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और एमएलए अर्जुन मोढवाडिया आज दोपहर विधानसभा पहुंचे और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस से इस्तीफे के बाद अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि जब कोई पार्टी जनता से अपना जुड़ाव खो देती है तो वह ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाती। देश की जनता चाहती थी कि राम मंदिर का निर्माण हो। कांग्रेस ने भी तय किया था कि सुप्रीम कोर्ट से संवैधानिक फैसला आने के बाद हम इसका समर्थन करेंगे। फिर भी प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया गया।
अर्जुन ने कहा कि मैंने तब भी आवाज उठाई थी कि इससे जनता की भावना आहत होगी और हमें ऐसे राजनीतिक फैसले नहीं लेने चाहिए और उस फैसले से लोगों के साथ जुड़ाव की कमी का पता चलता है। मैंने कई अन्य मामलों में भी अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सका। आख़िरकार, मैंने आज इस्तीफा देने का फैसला किया।
अर्जुन मोढवाडिया अयोध्या में 22 जनवरी को हुए राम मंदिर में हुई प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होने के कांग्रेस आलाकमान के फैसले से नाखुश थे। पार्टी के खिलाफ उनके बयान के बाद से ही कांग्रेस छोड़ने और बीजेपी में जाने की अटकलें शुरू हो गई थी।
अंबरीश डेर के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद से ही राजनीतिक चर्चा चल रही थी कि पोरबंदर विधायक अर्जुन मोढवाडिया भी इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि, शाम को अर्जुन मोढवाडिया विधानसभा पहुंचे और सभापति शंकर चौधरी से मुलाकात के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। उनके जल्द ही बीजेपी में शामिल होने की संभावना है।
वहीं अंबरीश डेर के पार्टी छोड़ने के एलान से पहले ही गुजरात के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने रविवार को बताया कि पार्टी ने अंबरीश को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। कल अटकलें लगाई जा रही थीं कि अंबरीश डेर बीजेपी में शामिल होंगे। अब इस अटकल पर विराम लग गया है। अंबरीश ने आज कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और कल बीजेपी में शामिल होंगे।