लोकसभा चुनाव खत्म होते ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए है। सीएम के एक्शन में आने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चार दिन में 16 एनकाउंटर, 2 बदमाश ढेर, 14 घायल हो गए। इसके साथ ही 61 पुलिसकर्मी सस्पेंड/ लाइन हाजिर हुए हैं। सीएम के निर्देश पर सोशल प्लेटफॉर्म पर निगरानी और सख्त कर दी गयी है। माफिया समर्थक हैंडल वालों की सम्पत्ति, पारिवारिक बैकग्राउंड की छानबीन शुरू हो गयी है। अगले एक पखवारे में तेज कार्रवाई सम्भव है।
वहीं इसके पहले उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पुलिस ने लोकसभा चुनाव के नतीजों के ठीक बाद मोस्ट वांटेड इनामी अपराधी प्रशांत सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया गया है. मंगलवार देर रात पुलिस और कुख्यात बदमाश प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस के बीच भिड़ंत हो गई.
प्रशांत सिंह ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया. प्रशांत सिंह पर हत्या और डकैती के 40 से अधिक केस दर्ज थे. वह लंबे समय से वांटेड था. पुलिस ने बदमाश के पास से असलहे और एक बाइक भी बरामद की है.
यूपी में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होते ही कानून व्यवस्था में बाधक बन रहे अपराधियों पर कार्रवाई शुरू की गई है. योगी सरकार लगातार अपराधियों के खिलाफ कड़े एक्शन ले रही है.
13 मई को शाहगंज में हुआ था मर्डर
शाहगंज थाना क्षेत्र में 13 मई को आशुतोष श्रीवास्तव का मर्डर हुआ था. इस हत्याकांड का आरोप प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस समेत उसके साथियों पर लगा. प्रशांत सिंह ने इससे पहले भी कई हत्या और डकैती की वारदातों को अंजाम दिया था. पिछले सात सालों से अधिक समय से पुलिस को उसकी तलाश थी. प्रिंस पर एक लाख रुपये का इनाम भी रखा गया था. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रिंस जौनपुर के खेतासराय थाना क्षेत्र में मौजूद है.
एनकाउंटर में प्रशांत की मौत
पुलिस वहां पहुंची तो प्रशांत के साथ मुठभेड़ हो गई. प्रशांत ने पुलिस को देखते ही उन पर फायरिंग करनी शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. इसमें प्रशांत का एनकाउंटर हो गया. गोली लगने से प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गई. एनकाउंटर में मारे गए इनामी बदमाश के पास से पुलिस को 9 एमएम के दो असलहे मिले हैं. उसके पास से एक बाइक भी बरामद की गई है.