बहराइच हिंसा: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी तहसील के महाराजगंज इलाके में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल में जिस राम गोपाल मिश्रा की हत्या हुई है, उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि बहुत ही बेरहमी से राम गोपाल की हत्या की गई थी. 12 बोर के असलहे से राम गोपाल को गोली मारी गई थी. इसके अलावा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दो दर्जन से ज्यादा छर्रे (पैलेट्स इंजरी) का जिक्र है.
शॉक एंड हैमरेज (अत्यधिक ब्लड फ्लो) से मौत की बात सामने आई है. बाई आंख के ऊपर नुकीले हथियार से हमला करने की बात कही गई है. सिर पर किसी भारी वस्तु से हमला किया गया. पैरों के नाखून उखाड़ने की कोशिश की गई.
राम गोपाल को किया गया टॉर्चर
सूत्रों के अनुसार, रामगोपाल की हत्या से पहले उसे बर्बर तरीके से टॉर्चर किया गया था. रिपोर्ट में करंट और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण मौत की पुष्टि की गई है. शरीर पर भारी गोली (भरुआ कारतूस) के निशान मिले हैं, और उसके सिर, माथे और हाथ पर धारदार हथियार से हमले के जख्म थे.
रामगोपाल के साथ की गई बर्बरता यहीं खत्म नहीं हुई थी. उसके पैर के नाखूनों को जबरन खींचकर बाहर निकाला गया था, जिसकी पुष्टि उसके अंगूठे कर रहे थे. उसे मारने के लिए करंट भी लगाया गया था, और उसकी आंखों के पास किसी नुकीली वस्तु से गहरे घाव किए गए थे.
बाई आंख पर जख्म
रिपोर्ट में बताया गया है कि राम गोपाल की मृत्यु शॉक एंड हेमरेज से हुई है. राम गोपाल की बाई आंख के बार गहरा जख्म पाया गया. बताया गया है कि किसी नुकीली चीज से हमला किया गया. आशंका जताई जा रही है कि आरोपी राम गोपाल की आंख फोड़ना चाहते थे.
बता दें कि आरोपी अब्दुल हमीद के पास 12 बोर की सिंगल बैरल लाइसेंसी बंदूक है. इसी बंदूक से हत्या की बात सामने आ रही है. वारदात के बाद से ही अब्दुल हमीद और उसके दोनों बेटे सरफराज उर्फ सलमान उर्फ रिंकू और फहीम फरार हैं.
सूत्रों के मुताबिक नेपाल में अपने रिश्तेदारों के घर में तीनों नामज़द आरोपी छिपे हैं. नेपाल में भी अब्दुल हमीद की सर्राफा दुकान है. कार्रवाई के तहत महसी सर्किल के सीओ रूपेंद्र गौड़ को हटाया गया. नए सर्किल अफसर रवि खोखर की तैनाती हो गई है.