‘बांग्लादेश भाग्यशाली है कि भारत उसका दोस्त है…’ वोट डालने के बाद बोलीं शेख हसीना

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 18 जनवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले रविवार को भारत के साथ अपने देश के संबंधों को याद किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध “अद्वितीय” और “मजबूत” हैं।

हसीना ने कहा, “हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास भारत जैसा पड़ोसी है। हम एक-दूसरे के लिए एक मजबूत समर्थन हैं।”

उन्होंने भारत के साथ आर्थिक सहयोग पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत बांग्लादेश के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है और दोनों देश एक-दूसरे के लिए निवेश का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं।

हसीना ने कहा, “हम भारत के साथ व्यापार और निवेश में वृद्धि करना चाहते हैं।”

बांग्लादेश और भारत के बीच संबंधों का इतिहास

बांग्लादेश और भारत के बीच संबंधों का इतिहास लंबा और जटिल रहा है। दोनों देश एक ही सांस्कृतिक और भाषाई विरासत साझा करते हैं, लेकिन उन्हें अक्सर विभाजन और संघर्ष का भी सामना करना पड़ा है।

1947 में भारत के विभाजन के बाद, बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान के रूप में पाकिस्तान का हिस्सा बन गया। 1971 में, बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के बाद, बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश बन गया।

बांग्लादेश की स्वतंत्रता के बाद, भारत ने बांग्लादेश को मान्यता देने और उसे आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत ने बांग्लादेश की सुरक्षा के लिए भी प्रतिबद्धता जताई है।

बांग्लादेश और भारत के बीच संबंधों के क्षेत्र

बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध कई क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • व्यापार और निवेश: भारत बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। 2022-23 में, दोनों देशों के बीच व्यापार 17.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। भारत बांग्लादेश में भारी निवेश भी कर रहा है।
  • रक्षा और सुरक्षा: भारत बांग्लादेश की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण समर्थक है। भारत बांग्लादेशी सेना को प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करता है।
  • सांस्कृतिक संबंध: बांग्लादेश और भारत के बीच सांस्कृतिक संबंध मजबूत हैं। दोनों देशों के बीच लोगों की आवाजाही बढ़ रही है।

भविष्य के संबंध

बांग्लादेश और भारत के बीच संबंधों के भविष्य के लिए संभावनाएं उज्ज्वल हैं। दोनों देश एक-दूसरे के साथ सहयोग को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए कुछ प्रमुख क्षेत्रों में शामिल हैं:

  • व्यापार और निवेश: भारत और बांग्लादेश को व्यापार और निवेश में सहयोग को और बढ़ाने की जरूरत है। दोनों देशों को एक-दूसरे के बाजारों में पहुंच बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए।
  • रक्षा और सुरक्षा: भारत और बांग्लादेश को क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए सहयोग को मजबूत करने की जरूरत है। दोनों देशों को आतंकवाद और अन्य सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
  • सांस्कृतिक संबंध: भारत और बांग्लादेश को सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की जरूरत है। दोनों देशों को लोगों की आवाजाही और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना चाहिए।

बांग्लादेश और भारत के बीच मजबूत संबंध दक्षिण एशिया के लिए शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं।

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