2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ा सर्वे सामने आया है, जिसमें यह बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी में से कौन सी सीट जीतेगा। सर्वे के मुताबिक, मोदी 2024 के चुनावों में जीतेंगे और एनडीए को 270 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। वहीं, कांग्रेस 100 से कम सीटें जीत पाएगी।
सर्वे को सी-वोटर और इंडिया टुडे ने किया है। सर्वे में 18 से 65 साल के बीच के 38,700 लोगों से बातचीत की गई। सर्वे के मुताबिक, मोदी को 52% लोगों का समर्थन है, जबकि राहुल गांधी को केवल 16% लोगों का समर्थन है।
सर्वे में यह भी बताया गया है कि मोदी को युवाओं का ज्यादा समर्थन है। 18 से 24 साल के बीच के 66% लोगों ने मोदी को अपना पसंदीदा प्रधानमंत्री बताया। वहीं, 25 से 34 साल के बीच के 58% लोगों ने मोदी को अपना पसंदीदा प्रधानमंत्री बताया।
सर्वे के मुताबिक, मोदी को ग्रामीण इलाकों में भी ज्यादा समर्थन है। ग्रामीण इलाकों में 58% लोगों ने मोदी को अपना पसंदीदा प्रधानमंत्री बताया। वहीं, शहरी इलाकों में 48% लोगों ने मोदी को अपना पसंदीदा प्रधानमंत्री बताया।
सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस को पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु जैसे कुछ राज्यों में ही जीत मिल सकती है। इन राज्यों में कांग्रेस को 20 से 30 सीटें मिल सकती हैं।
सर्वे के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में एनडीए को भारी जीत मिल सकती है। इन राज्यों में एनडीए को 100 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं।
सर्वे के मुताबिक, 2024 के चुनावों में एनडीए को 270 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं और कांग्रेस को 100 से कम सीटें मिल सकती हैं। अगर ये आंकड़े सही साबित होते हैं तो मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
सर्वे के कुछ प्रमुख निष्कर्ष
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 52% लोगों का समर्थन है, जबकि राहुल गांधी को केवल 16% लोगों का समर्थन है।
- मोदी को युवाओं और ग्रामीण इलाकों में ज्यादा समर्थन है।
- कांग्रेस को पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु जैसे कुछ राज्यों में ही जीत मिल सकती है।
- उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में एनडीए को भारी जीत मिल सकती है।
सर्वे के परिणामों पर विश्लेषण
सर्वे के परिणामों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि 2024 के चुनावों में मोदी की जीत की संभावना अधिक है। मोदी को युवाओं और ग्रामीण इलाकों में ज्यादा समर्थन है। यह दोनों वर्ग मोदी सरकार की नीतियों से खुश हैं। इसके अलावा, कांग्रेस में एकजुटता की कमी है। पार्टी के अंदर कई गुट हैं, जो एक दूसरे से लड़ते रहते हैं। यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान है।
हालांकि, यह भी कहा जा सकता है कि चुनाव अभी तक नहीं हुए हैं। अभी भी कई महीने बाकी हैं। इन महीनों में राजनीतिक परिदृश्य बदल सकता है। इसलिए, यह कहना अभी भी जल्दबाजी होगा कि 2024 के चुनावों में कौन जीतेगा।