“वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूरे, एक राष्ट्रीय गीत जिसने स्वतंत्रता, स्वदेशी आंदोलन, पर्यावरण जागरूकता और धार्मिक बहस को गति दी
भारत को “माता” कहना केवल एक भावात्मक अभिव्यक्ति नहीं है—यह भारतीय संस्कृति का वह अनंत दर्शन है, जिसमें धरती को जीवित, चेतन और करुणामयी मानी गई है। जब भारतीय “भारत माता” कहते हैं, तो उनके मन में किसी भूभाग की आकृति नहीं उभरती, बल्कि एक ऐसी शक्ति की छवि आती है जो अपने सभी संतानों […]









